केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को घरों के पास टीकाकरण के संबंध में दिशानिर्देश जारी किये जिससे बुजुर्ग लोगों और दिव्यांगों को कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए टीका लगवाने में आसानी होगी. स्वास्थ्य मंत्रालय ने ‘घर के पास कोविड टीकाकरण केंद्र' दिशानिर्देशों में कहा कि ऐसे केंद्रों पर वे लोग टीका लगवा सकेंगे जिनकी उम्र 60 साल से अधिक है और जिन्होंने कोई खुराक नहीं ली है या पहली खुराक ही ली है. इनके अलावा 60 साल से कम उम्र के शारीरिक या मानसिक रूप से दिव्यांग लोगों को भी यह लाभ मिलेगा. मंत्रालय ने इस संबंध में तकनीकी विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों को स्वीकार किया है.
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वहीं सरकार ने अनुमान जताया है कि कोविड-19 की एकल खुराक वाले स्पुतनिक लाइट टीके के भारत में जल्द आने की उम्मीद है. रूसी विनिर्माता एवं उसके भारतीय साझेदारों सहित सभी पक्षों को देश के टीकाकरण अभियान को बढ़ावा देने को लेकर टीके के लिए आवेदन तथा नियामकीय मंजूरी प्रक्रियाओं को तेज करने के निर्देश दिए गए हैं. सूत्रों ने कहा कि अगले कुछ हफ्तों में स्पुतनिक लाइट के लिए नियामकीय मंजूरी लेने के लिये आवेदन दायर किए जाने की उम्मीद है और यह भारत में मिलने वाली एकल खुराक वाला टीका बन सकता है. कोविड-19 टीकों की घरेलू उपलब्धता को बढ़ाने के लिए हाल के दिनों में सरकार के शीर्ष अधिकारियों के बीच उच्च स्तरीय बातचीत हुई हैं.
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पिछले हफ्ते कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में स्पुतनिक लाइट के लिए नियामकीय मंजूरी की प्रक्रिया को तेज करने को लेकर सभी संबंधित हितधारकों के साथ एक बैठक आयोजित करने की सलाह दी गयी. इन हितधारकों में जैवप्रौद्योगिकी विभाग के सचिव, भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई), विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी, आरडीआईएफ (रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड) और घरेलू विनिर्माता शामिल होंगे.
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