अपने तेजतर्रार और कई बार विवादास्पद रूप लेने वाले बयानों के लिए जाने जाने वाले गिरिराज सिंह को नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
वह भूमिहार समुदाय से हैं। मंत्रिपरिषद में अभी तक नुमाइंदगी नहीं मिलने से यह समुदाय निराश महसूस कर रहा था। नवादा से बीजेपी के 62-वर्षीय सांसद गिरिराज सिंह ने लोकसभा चुनावों के दौरान यह कहकर पार्टी के लिए असहज स्थिति पैदा कर दी थी कि मोदी से नाखुश लोगों को पाकिस्तान चले जाना चाहिए।
इस पर पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार मोदी को उन्हें फटकार लगानी पड़ी थी। लेकिन पहली बार सांसद चुने गए सिंह मोदी के लंबे समय से वफादार रहे हैं और मोदी के प्रति कथित बैर भाव रखने वाले प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से टकराव मोल लेते रहे।
ऐसा माना जाता है कि अवांछित बयानों के लिए विवादों में रहने के बावजूद वह प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अगाध श्रद्धा रखने के लिए उनके स्नेह के पात्र रहे हैं। जिस समय पार्टी में मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने की चर्चाएं चल रही थीं और पार्टी में इसे लेकर दो राय उभर रही थीं, तभी से गिरिराज सिंह मोदी के प्रति पूर्ण निष्ठा प्रदर्शित करते आए हैं।
बिहार विधान परिषद के सदस्य रहे गिरिराज सिंह की कृषि और पशुपालन में विशेष रुचि है। गिरिराज सिंह को केंद्र में मंत्री बनाए जाने के बाद बीजेपी को उम्मीद है कि वह बिहार में प्रभावशाली भूमिहार समुदाय को लुभाने में सफल होगी, जहां अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं। हालांकि केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा भी एक भूमिहार हैं, लेकिन वह उत्तर प्रदेश से हैं और बिहार में उनका बहुत कम प्रभाव है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं