केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी के किशन रेड्डी ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान के हिन्दुओं और अन्य अल्पसंख्यकों को शरण और नागरिकता देना भारत की नैतिक जिम्मेदारी है. इन अल्पसंख्यकों को लगातार प्रताड़ित किया जाता रहा है. मंत्री ने यह भी दावा किया कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को सीएए और जीएसटी के बीच कोई फर्क नहीं पता और इस वजह से वह कह रहे हैं कि नागरिकता कानून में हालिया बदलाव के बाद जीएसटी में बढ़ोतरी हो जाएगी. उन्होंने कहा, ‘‘मैं राहुल गांधी से कहना चाहता हूं कि अगर उन्हें (सीएए और जीएसटी) के बीच का अंतर नहीं पता है तो उन्हें अच्छे शिक्षक से ट्यूशन लेना चाहिए.''
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रेड्डी ने आगे कहा, ‘‘(तीन मुस्लिम देशों के) अल्पसंख्यकों को नागरिकता देना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है. अगर वे भारत नहीं आएंगे तो वे कहां जाएंगे? इटली?'' उन्होंने कहा, ‘‘इटली हिन्दुओं और सिखों को स्वीकार नहीं करेगा क्योंकि वे गरीब लोग हैं.''
मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान में हिन्दू, सिख, ईसाई और जैनों का लगातार उत्पीड़न होने के कारण उनकी आबादी में काफी गिरावट आई है. रेड्डी ने कहा कि तीन पड़ोसी देशों के गैर-मुसलमानों को आश्रय और नागरिकता देना भारत की नैतिक ज़िम्मेदारी है.
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मंत्री ने विपक्ष पर ‘ओछी राजनीति' करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे लोगों को गुमराह करके नागरिकता कानून में हालिया बदलाव के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए भड़का रहे हैं. (इनपुट भाषा से)
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