प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
पाकिस्तान हताशा की वजह से सीमा पार से भारत के नागरिक इलाके में फायरिंग कर रहा है। बीएसएफ ने कहा कि पाकिस्तान का ये आरोप गलत है कि बीएसएफ फायरिंग की शुरुआत करता है। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ के जवान चौबीसों घंटे अलर्ट हैं।
उधर, सेना ने कहा कि पाक की फायरिंग का करारा जवाब देना जरूरी है ताकि वो ऐसी गलती न करे। यही वजह है कि दिन के वक्त भी बीएसएफ के जवान हाथ में हथियार ताने हुए बाड़ के साथ पेट्रोलिंग कर रहे हैं, ताकि कुछ हरकत का तुरंत जवाब दे सकें। खासकर, जब से भारत-पाक के बीच सरहद पर फायरिंग हुई है तो वे कोई कोताही नही बरतना चाहते।
यहां बाड़ से करीब 50 मीटर की दूरी पर पाकिस्तान की सैय्यदुल्लाह पोस्ट है। लिहाज़ा, यहां सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह चाक-चौबंद है। यहां पर तैनात बीएसएफ के कंपनी कमांडर नीतू कुमार कहते हैं कि हम तो हमेशा चौकस रहते हैं, क्योंकि हमें पता है कि थोड़ी सी ढिलाई हुई और पाकिस्तान उसका फायदा उठा सकता है।
पिछले एक हफ्ते के भीतर पाकिस्तान की ओर से दसियों बार सीजफायर का उल्लंघन किया है। अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर दो जवान घायल भी हुए। एक महिला की मौत हुई और दर्जन भर लोग घायल हुए।
जम्मू रेंज के आईजी राकेश शर्मा ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से बिना वजह फायरिंग के पीछे की वजह उसकी हताशा है। जब वो ऐसी हरकतें करता है तो हमें भी जवाबी कार्रवाई करनी पड़ती है।
जम्मू-कश्मीर में करीब 264 किलोमीटर अंतरराष्ट्रीय सीमा और 814 किलोमीटर नियंत्रण रेखा (लाइन ऑफ कंट्रोल) पाकिस्तान से लगती है। सुरक्षा बलों की मानें तो पाकिस्तान की फायरिंग के पीछे की सोच यहां माहौल को खराब करना है। लिहाज़ा, सेना भी उसको करारा जवाब दे रही है।
16 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल के.एच सिंह ने कहा कि हम एलओसी पर शांति चाहते हैं, लेकिन अगर वो फायरिंग करेंगे तो हमें उनको जवाब देना भी जरूरी है, ताकि वो फिर से फायरिंग न करे।
जब भारत की तरफ से पाकिस्तान की फायरिंग का जवाब दिया जाता है तो पकिस्तान उल्टे भारत पर ही आरोप लगाता है कि गोलाबारी भारत ने शुरू की। इस पर बीएसएफ के आईजी राकेश शर्मा ने कहा कि हमने कभी भी फायरिंग की शुरुआत नहीं की, बस पाक की फायरिंग का जवाब देते हैं। वैसे, 16 जुलाई के बाद अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाक की ओर से फायरिंग नहीं हुई है, लेकिन 18 और 19 जुलाई को एलओसी पर फायरिंग कर पाकिस्तान ने जता दिया कि उसके कुत्सित इरादे क्या हैं।
उधर, सेना ने कहा कि पाक की फायरिंग का करारा जवाब देना जरूरी है ताकि वो ऐसी गलती न करे। यही वजह है कि दिन के वक्त भी बीएसएफ के जवान हाथ में हथियार ताने हुए बाड़ के साथ पेट्रोलिंग कर रहे हैं, ताकि कुछ हरकत का तुरंत जवाब दे सकें। खासकर, जब से भारत-पाक के बीच सरहद पर फायरिंग हुई है तो वे कोई कोताही नही बरतना चाहते।
यहां बाड़ से करीब 50 मीटर की दूरी पर पाकिस्तान की सैय्यदुल्लाह पोस्ट है। लिहाज़ा, यहां सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह चाक-चौबंद है। यहां पर तैनात बीएसएफ के कंपनी कमांडर नीतू कुमार कहते हैं कि हम तो हमेशा चौकस रहते हैं, क्योंकि हमें पता है कि थोड़ी सी ढिलाई हुई और पाकिस्तान उसका फायदा उठा सकता है।
पिछले एक हफ्ते के भीतर पाकिस्तान की ओर से दसियों बार सीजफायर का उल्लंघन किया है। अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर दो जवान घायल भी हुए। एक महिला की मौत हुई और दर्जन भर लोग घायल हुए।
जम्मू रेंज के आईजी राकेश शर्मा ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से बिना वजह फायरिंग के पीछे की वजह उसकी हताशा है। जब वो ऐसी हरकतें करता है तो हमें भी जवाबी कार्रवाई करनी पड़ती है।
जम्मू-कश्मीर में करीब 264 किलोमीटर अंतरराष्ट्रीय सीमा और 814 किलोमीटर नियंत्रण रेखा (लाइन ऑफ कंट्रोल) पाकिस्तान से लगती है। सुरक्षा बलों की मानें तो पाकिस्तान की फायरिंग के पीछे की सोच यहां माहौल को खराब करना है। लिहाज़ा, सेना भी उसको करारा जवाब दे रही है।
16 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल के.एच सिंह ने कहा कि हम एलओसी पर शांति चाहते हैं, लेकिन अगर वो फायरिंग करेंगे तो हमें उनको जवाब देना भी जरूरी है, ताकि वो फिर से फायरिंग न करे।
जब भारत की तरफ से पाकिस्तान की फायरिंग का जवाब दिया जाता है तो पकिस्तान उल्टे भारत पर ही आरोप लगाता है कि गोलाबारी भारत ने शुरू की। इस पर बीएसएफ के आईजी राकेश शर्मा ने कहा कि हमने कभी भी फायरिंग की शुरुआत नहीं की, बस पाक की फायरिंग का जवाब देते हैं। वैसे, 16 जुलाई के बाद अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाक की ओर से फायरिंग नहीं हुई है, लेकिन 18 और 19 जुलाई को एलओसी पर फायरिंग कर पाकिस्तान ने जता दिया कि उसके कुत्सित इरादे क्या हैं।
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