20 साल से नरेंद्र मोदी के खास रहे अफसर BJP में शामिल, UP में मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी

वह गुजरात में सन् 2001 से 2013 तक मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के दफ्तर में रहे. मोदी के पीएम बनने के बाद उन्हें 2014 पीएमओ में लाया गया. पहले वह संयुक्त सचिव के पद पर रहे फिर सचिव बने. कुछ वक्त पहले पीएम ने उन्हें  एम एस एम ई मंत्रालय में सचिव बनाया था.

20 साल से नरेंद्र मोदी के खास रहे अफसर BJP में शामिल, UP में मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी

अरविंद कुमार शर्मा नरेंद्र मोदी के साथ गुजरात में सीएमओ और केंद्र में पीएमओ में करीब बीस वर्षों तक रहे हैं और उनकी टीम के खास सिपहसालार रहे हैं.

खास बातें

  • PM मोदी के खास रहे अफसर यूपी बीजेपी में शामिल
  • लखनऊ में प्रदेश अध्यक्ष और डिप्टी सीएम ने कराया पार्टी में शामिल
  • विधान परिषद में भेजे जाने और योगी सरकार में अहम जिम्मेदारी देने की चर्चा
नई दिल्ली/लखनऊ:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के भरोसेमंद पूर्व आईएएस अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा आज बीजेपी (BJP) में शामिल हो गए. उन्हें एक कार्यक्रम में लखनऊ में बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में पार्टी में शामिल कराया गया. हाल ही में उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी. शर्मा एमएसएमई मंत्रालय (MSME Ministry) में सचिव थे. इस बात की संभावना जताई जा रही है कि उन्हें उत्तर प्रदेश की विधान परिषद में भेजा जाएगा. संभावना और चर्चा इस बात की भी है कि उन्हें राज्य सरकार में भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिल सकती है.

अरविंद कुमार शर्मा नरेंद्र मोदी के साथ गुजरात में सीएमओ और केंद्र में पीएमओ में करीब बीस वर्षों तक रहे  हैं और उनकी टीम के खास सिपहसालार रहे हैं. वह यूपी के मऊ के रहने वाले हैं और 1988 बैच के गुजरात कैडर के आईएएस अधिकारी रहे हैं.

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मकर संक्रांति के मौके पर आज (14 जनवरी) दोपहर 12 बजे लखनऊ में उन्होंने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा की मौजूदगी में पार्टी जॉइन की. वह गुजरात में सन् 2001 से 2013 तक मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के दफ्तर में रहे. मोदी के पीएम बनने के बाद उन्हें 2014 पीएमओ में लाया गया. पहले वह संयुक्त सचिव के पद पर रहे फिर सचिव बने. कुछ वक्त पहले पीएम ने उन्हें  एम एस एम ई मंत्रालय में सचिव बनाया था.

अरविंद कुमार शर्मा का रिटायरमेंट साल 2022 में होना था लेकिन रिटायरमेंट से दो साल पहले ही उनके वीआरएस लेने से सियासी हलक़ों में चर्चाओं का बाजार गर्म है क्योंकि बीजेपी की राजनीति तो वह दो साल बाद रिटायर होने के बाद भी कर सकते थे. इसलिए अटकलें लगाई जा रही हैं कि मोदी उन्हें यूपी में एमएलसी बनवा कर कोई बड़ी जिम्मेदारी देना चाहते हैं. शर्मा  भूमिहार बिरादरी से आते हैं.

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इस मौके पर उन्होंने कहा, "कल रात में ही मुझे पार्टी जॉइन करने के लिए कहा गया. मुझे खुशी है कि मुझे मौका मिला. एक पिछड़े गांव से निकला हूँ, आईएएस बना और आज बिना किसी राजनीतिक बैकग्राउंड के होने के बावजूद भाजपा में लाना बड़ी बात है, ये सिर्फ बीजेपी में ही संभव है."