
कोलकाता:
कोलकाता की प्रसिद्ध प्रेसिडेंसी यूनिवर्सिटी के शीर्ष अधिकारियों ने गुरुवार को सोचा भी न होगा कि उन्हें रात वाइस चांसलर के साथ उन्हीं के दफ्तर में बंधक के रूप में गुज़ारनी पड़ेगी। दरअसल, यूनिवर्सिटी के लगभग 50 विद्यार्थी दाखिले के नए नियमों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए गुरुवार शाम लगभग 5 बजे वाइस चांसलर अनुराधा लोहिया के कमरे में घुस गए और उन्हें अन्य अधिकारियों के साथ कमरे में बंद कर दिया।
कला एवं विज्ञान के क्षेत्र में अंडर-ग्रेजुएट तथा ग्रेजुएट कोर्स करवाने वाली इस यूनिवर्सिटी ने लगभग 10 दिन पहले घोषणा की थी कि वह अब तक चली आ रही परंपरा से अलग जाकर नए विद्यार्थियों के दाखिले के लिए सिर्फ स्कूल बोर्ड परीक्षाओं में उन्हें प्राप्त अंकों को आधार बनाएगी। और यूनिवर्सिटी के विभिन्न विभागों द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रवेश परीक्षाओं के अंकों का कोई महत्व नहीं रहेगा। अब तक, विद्यार्थियों के चयन के लिए स्कूल बोर्ड परीक्षाओं के प्राप्तांकों के अतिरिक्त प्रवेश परीक्षा के प्राप्तांकों को भी आधार बनाया जाता रहा था।
वाइस चांसलर और उनके सहकर्मियों को बंधक बनाने वाले छात्रों, जिनमें अधिकतर अंडर-ग्रेजुएट हैं, का कहना है कि प्रवेश परीक्षाओं को खत्म किए जाने से यूनिवर्सिटी का स्तर गिर जाएगा।
कला एवं विज्ञान के क्षेत्र में अंडर-ग्रेजुएट तथा ग्रेजुएट कोर्स करवाने वाली इस यूनिवर्सिटी ने लगभग 10 दिन पहले घोषणा की थी कि वह अब तक चली आ रही परंपरा से अलग जाकर नए विद्यार्थियों के दाखिले के लिए सिर्फ स्कूल बोर्ड परीक्षाओं में उन्हें प्राप्त अंकों को आधार बनाएगी। और यूनिवर्सिटी के विभिन्न विभागों द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रवेश परीक्षाओं के अंकों का कोई महत्व नहीं रहेगा। अब तक, विद्यार्थियों के चयन के लिए स्कूल बोर्ड परीक्षाओं के प्राप्तांकों के अतिरिक्त प्रवेश परीक्षा के प्राप्तांकों को भी आधार बनाया जाता रहा था।
वाइस चांसलर और उनके सहकर्मियों को बंधक बनाने वाले छात्रों, जिनमें अधिकतर अंडर-ग्रेजुएट हैं, का कहना है कि प्रवेश परीक्षाओं को खत्म किए जाने से यूनिवर्सिटी का स्तर गिर जाएगा।
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