 
                                            लोकसभा में मुलायम सिंह यादव।
                                                                                                                        लोकसभा में खाद्य सुरक्षा विधेयक पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के वक्तव्य के तुरंत बाद समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने कुछ संशोधनों का सुझाव देते हुए विधेयक के प्रति समर्थन प्रकट किया।
                                            
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                                                                                नई दिल्ली: 
                                        लोकसभा में खाद्य सुरक्षा विधेयक पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के वक्तव्य के तुरंत बाद समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने कुछ संशोधनों का सुझाव देते हुए विधेयक के प्रति समर्थन प्रकट किया।
लोकसभा में खाद्य सुरक्षा विधेयक पर शुरू चर्चा के क्रम में मुलायम ने कहा, "इस विधेयक को लागू करने वाले राज्यों पर जो वित्तीय बोझ बढ़ेगा, वह कौन वहन करेगा? केंद्र सरकार को संसद में विधेयक लाने से पहले मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलानी चाहिए थी।"
मुलायम सिंह की पार्टी केंद्र में सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) को बाहर से समर्थन दे रही है। उन्होंने कहा कि इस विधेयक से किसानों का हित प्रभावित होगा। उन्होंने कहा, "विधेयक यह नहीं बताता है कि किसानों की सभी उपज सरकारी एजेंसियां खरीदेंगी। इसके लिए विधेयक में संशोधन किया जाए।"
कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए मुलायम ने कहा, "यह विधेयक चुनावों के मकसद से लाया गया है। अगर सरकार गरीबों के लिए कुछ करना चाहती है तो ऐसा छह महीने पहले भी कर सकती थी।"
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के नेता दारा सिंह चौहान ने यह कहकर विधयेक का समर्थन किया कि इससे सरकारों को देश से भुखमरी की समस्या खत्म करने में मदद मिलेगी।
चौहान की पार्टी भी संप्रग को बाहर से समर्थन दे रही है। उन्होंने हिंदी में वक्तव्य देने के लिए सोनिया गांधी को धन्यवाद दिया।
                                                                        
                                    
                                लोकसभा में खाद्य सुरक्षा विधेयक पर शुरू चर्चा के क्रम में मुलायम ने कहा, "इस विधेयक को लागू करने वाले राज्यों पर जो वित्तीय बोझ बढ़ेगा, वह कौन वहन करेगा? केंद्र सरकार को संसद में विधेयक लाने से पहले मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलानी चाहिए थी।"
मुलायम सिंह की पार्टी केंद्र में सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) को बाहर से समर्थन दे रही है। उन्होंने कहा कि इस विधेयक से किसानों का हित प्रभावित होगा। उन्होंने कहा, "विधेयक यह नहीं बताता है कि किसानों की सभी उपज सरकारी एजेंसियां खरीदेंगी। इसके लिए विधेयक में संशोधन किया जाए।"
कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए मुलायम ने कहा, "यह विधेयक चुनावों के मकसद से लाया गया है। अगर सरकार गरीबों के लिए कुछ करना चाहती है तो ऐसा छह महीने पहले भी कर सकती थी।"
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के नेता दारा सिंह चौहान ने यह कहकर विधयेक का समर्थन किया कि इससे सरकारों को देश से भुखमरी की समस्या खत्म करने में मदद मिलेगी।
चौहान की पार्टी भी संप्रग को बाहर से समर्थन दे रही है। उन्होंने हिंदी में वक्तव्य देने के लिए सोनिया गांधी को धन्यवाद दिया।
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                                        खाद्य सुरक्षा बिल, फूड बिल, संसद, मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी, Food Bill, Food Security Bill, Jayalalithaa, Parliament, Sonia Gandhi
                            
                        