गुरमीत राम रहीम से बिना शर्त प्यार करते हैं डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी

राम रहीम के अनुयायी का मत- ध्यान की पद्धति सिमरन ऐसा प्रकाश दिखाती है जो बताता है कि क्या अच्छा है और क्या बुरा

गुरमीत राम रहीम से बिना शर्त प्यार करते हैं डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी

गुरमीत राम रहीम के अनुयायियों का दावा है कि उनके गुरुजी ने युवा पीढ़ी को सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया है.

खास बातें

  • मेडिटेशन की पद्धति सिमरन के जरिए गुरुजी से मुलाकात का दावा
  • डेरा सच्चा सौदा समाज कल्याण के लिए करता है 134 किस्म के कार्य
  • वेश्याओं को वापस समाज की मुख्य धारा में शामिल किया जाता है
पंचकूला:

डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर नाबालिग से बलात्कार के मामले में शुक्रवार को पंचकूला सीबीआई कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी. पंचकूला में राम रहीम के समर्थक बड़ी संख्या में पहुंच चुके हैं. डेरा सच्चा सौदा के लाखों अनुयायी हैं जिनकी अपार श्रद्धा डेरा प्रमुख के प्रति है. उनका कहना है कि वे राम रहीम से बिना किसी शर्त के प्यार करते हैं. उनका दावा है कि राम रहीम ने उन्हें जीवन जीने की सही राह दिखाई है.     

डेरा सच्चा सौदा एक धर्मनिरपेक्ष संगठन माना जाता है. इसके आश्रमों की एक श्रृंखला है जो देश-विदेश तक फैली है. संत मत का अनुसरण करने वाले इस आश्रम का मुख्यालय हरियाणा के सिरसा में बेगू मार्ग पर स्थित है. इसकी स्थापना सन 1948 में संत शाह मस्ताना जी ने की थी. वर्तमान में इसके प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम सिंह इन्सां हैं. राम रहीम सिद्धू मूल के पंजाबी जाट हैं. उनका जन्म 15 अगस्त 1967 को गुरूसर मोदिया गांव में हुआ था.

यह भी पढ़ें : पंचकूला के जिमखाना क्लब बाग से डेरा समर्थकों को हटाने की कार्रवाई जारी

गुरमीत राम रहीम के 30 वर्षीय अनुयायी करनाल के निवासी मनोज अरोरा से जब पूछा गया कि वे राम रहीम का अनुसरण क्यों करने लगे, तो उन्होंने कहा कि वे उनके लिए बिना शर्त प्यार महसूस करते हैं. वे इसलिए ऐसा महसूस करते हैं क्योंकि राम रहीम ने उन्हें सही रास्ता दिखाया. उन्होंने ध्यान और इसकी विधि, जिसे सिमरन कहा जाता है, से दुनिया की वास्तविक समस्या दिखा दी. सिमरन ने एक प्रकाश दिखाया, जो बताता है कि क्या अच्छा है और क्या बुरा है. मनोज से यह पूछने पर कि वे इस समुदाय में क्या पसंद करते हैं, उन्होंने कहा कि ''हम मानव कल्याण के लिए 134 कार्य करते हैं. इनमें रक्तदान, पौधरोपण, स्वच्छता से लेकर वेश्याओं को मदद करना तक शामिल है. वेश्याएं यदि अपना जीवन बदलना चाहती हैं और सहमत होती हैं तो हम उन्हें अपनी बेटियां बनाते हैं.''

यह भी पढ़ें : हाईकोर्ट ने डेरा समर्थकों को वापस घर भेजने को कहा, जमावड़ा हटाने के दिए आदेश

क्या राम रहीम से आप कभी मिले हैं? इस सवाल पर मनोज ने कहा कि मैं उनसे मेडिटेशन (सिमरन) के जरिए मिला हूं. आपका राम रहीम में विश्वास क्यों हैं, कोई खास कारण? इस सवाल पर मनोज ने कहा कि जब तक आप हमारी संगति का हिस्सा नहीं होते और सिमरन नहीं करते तब तक आप समझ नहीं पाएंगे कि ऐसा क्यों है. इस संगति में व्यक्ति की इच्छा शक्ति आश्चर्यजनक रूप से बढ़ जाती है.

पटियाला के निवासी 25 वर्षीय किरण पाल इन्सां से जब पूछा कि वे क्यों राम रहीम के अनुयायी बन गए, तो उन्होंने कहा कि वे समाज को नशे से छुटकारा दिलाते हैं और 134 किस्म के अच्छे कार्य करते हैं. इनमें रक्तदान, दान और वेश्याओं को वापस समाज की मुख्य धारा में शामिल करने जैसे काम शामिल हैं. राम रहीम समाज के लिए क्या करते हैं? प्रश्न के जवाब में किरण पाल ने कहा गुरु जी संगत के लिए प्रेम व सच्चाई के मार्ग पर चलते हैं. इसके लिए वे सब कुछ करते हैं. उन्होंने अपनी फिल्मों के माध्यम से लाखों की सहायता की है. उन्होंने युवा पीढ़ी को सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया है.

VIDEO : शांति की अपील


क्या आपने कभी राम रहीम को देखा है? जवाब में किरण पाल ने कहा हर महीने, कभी-कभी एक महीने में दो बार भी. हर रविवार को ध्यान होता है. हम उपवास करते हैं और गरीबों को अपना भोजन देते हैं. वह (राम रहीम) हमें प्रेरणा देते हैं और हमें लोगों को प्रेरणा देना सिखाते हैं. राम रहीम में विश्वास रखने के सवाल पर किरण पाल ने कहा कि गुरुमंत्र में ऐसी शक्ति है कि सभी बुरी आत्माएं और बुरी चीजें निकल जाती हैं. आत्मविश्वास बढ़ता है. ध्यान की पद्धति सिमरन के बाद मानव भगवान की तरह होता है. यदि सच्चे ह्रदय से किया जाए तो मेडिटेशन के इस तरीके से कैंसर जैसी बीमारियों से भी छुटकारा मिल जाता है.


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com