मूसलाधार बारिश के कारण कश्‍मीर में बाढ़ की चेतावनी जारी, झेलम समेत कई नदियां उफान पर

मूसलाधार बारिश के कारण कश्‍मीर में बाढ़ की चेतावनी जारी, झेलम समेत कई नदियां उफान पर

जम्मू और कश्मीर में बाढ़ पीड़ितों के बचाव कार्य में लगे भारतीय सेना के जवान (फाइल फोटो)

खास बातें

  • भूस्खलन के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद करना पड़ा.
  • झेलम नदी का जलस्तर 'बाढ़ के निशान' से ऊपर पहुंच गया है.
  • प्रशासन ने बाढ़ की आशंका से तैयारियां शुरू कर दी हैं.
नई दिल्‍ली:

कश्‍मीर में बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है. राज्‍य में मूसलाधार होने के कारण हालात यह हैं कि भूस्खलन के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद करना पड़ा.

झेलम और उसकी सहायक नदियों में जलस्तर बढ़ जाने के बाद दक्षिण और मध्य कश्मीर में बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है. जबकि मूसलाधार बारिश के कारण 300 किलोमीटर लंबे सड़क के कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ है और पत्थर गिर पड़े हैं.

घाटी के राम मुंशी बाग में झेलम नदी का जलस्तर 'बाढ़ के निशान' से ऊपर पहुंच गया है, जिसे देखते हुए अधिकारियों ने आपात नियंत्रण कक्षों का गठन किया है और बाढ़ ड्यूटी पर लगाए गए अधिकारियों को अपनी-अपनी नियुक्ति स्थल पर पहुंचने को कहा है. सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने कहा, 'लगातार बारिश के कारण राम मुंशी बाग में जलस्तर बाढ़ घोषित करने के स्तर, 18 फुट को पार कर गया है. झेलम नदी के आसपास के अवासीय क्षेत्रों और मध्य कश्मीर के निचले इलाकों के निवासियों को सतर्क रहने को कहा गया है'. उन्होंने कहा कि मध्य कश्मीर में बाढ़ ड्यूटी पर लगाए गए कर्मचारियों से तुरंत अपनी-अपनी जगहों पर पहुंचने को कहा गया है.

घाटी में ज्यादातर जगहों पर हो रही तेज बारिश को देखते हुए प्रशासन ने बाढ़ की आशंका से तैयारियां शुरू कर दी हैं. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने घाटी में चौबीसों घंटे की आपात हेल्प लाइन शुरू की है और अपने लोगों को किसी भी समस्या से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है.

पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, 'बाढ़ की स्थिति में लोगों को सहायता मुहैया कराने के लिए पूरी घाटी में आपात हेल्पलाइन शुरू की गई है. यह नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे काम करेंगे'. मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने स्थिति की समीक्षा करने के लिए गुरुवार को ही उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की है. (इनपुट एजेंसी से भी)


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