केरल में मूसलाधार बारिश का कहर अब भी जारी है और बाढ़, भूस्खलन तथा बारिश संबंधी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 72 हो गई है. प्रदेश के 2.27 लाख से अधिक लोगों ने राहत शिविरों में पनाह ली है. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि रविवार को सात और शव मिलने से मृतकों की संख्या 72 हो गई, इनमें से चार शव कोझीकोड और एक शव वायनाड से मिला है. मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बाढ़ की स्थिति का आकलन करने के लिए रविवार सुबह वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की. विजयन ने पत्रकारों को बताया कि बारिश संबंधी घटनाओं में आठ अगस्त से अब तक 60 लोगों की मौत हो गई है और 1,551 राहत शिविरों में करीब 2.27 लाख लोगों ने पनाह ली है. उन्होंने बताया कि राज्य में बारिश थमी है लेकिन लोगों को सतर्क रहना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ऊंचे इलाकों में आज बारिश से राहत रही, लेकिन हमें सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि भूस्खलन से बचना आसान नहीं होगा.''
विजयन ने कहा कि प्रमुख बांधों में पानी का स्तर बढ़ना भी चिंता का कारण बना हुआ है. उन्होंने बताया कि वायनाड जिले के पुथुमाला में अब भी आठ लोग लापता हैं और उनकी तलाश जारी है क्योंकि वहां आठ अगस्त को जबरदस्त भूस्खलन हुआ था. कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में बाढ़ एवं भूस्खलन की स्थिति का जायजा लेने रविवार को केरल पहुंचे. गांधी कांग्रेस महासचिव के. सी. वेणुगोपाल के साथ रविवार दोपहर करीपुर हवाई अड्डा पहुंचे. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘अगले कुछ दिनों तक मैं अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में रहूंगा, जहां बाढ़ से तबाही मची है. मैं वायनाड में राहत शिविरों का दौरा करूंगा और जिला एवं राज्य अधिकारियों के साथ राहत कार्यों का निरीक्षण करूंगा.''
इस बीच, मूसलाधार बारिश के कारण रनवे पर पानी भर जाने के चलते पिछले दो दिन से बंद कोच्चि स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आज दोपहर से विमानों का परिचालन फिर शुरू कर दिया गया. ‘कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड' (सीआईएएल) के एक अधिकारी ने बताया कि अबू धाबी-कोच्चि इंडिगो विमान दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर यहां पहुंचा. घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों टर्मिनलों पर सुबह नौ बजे से ‘चेक-इन' की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी. राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश से थोड़ी राहत की खबरें हैं लेकिन भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने वायनाड, कन्नूर और कासरगोड़ में रविवार के लिए ‘रेड अलर्ट' जारी किया था.
दक्षिणी रेलवे ने रविवार को मंगलुरू - तिरुवनंतपुरम एक्सप्रेस, मावेली एक्सप्रेस, मालाबार एक्सप्रेस, कन्नूर-एर्नाकुलम इंटरसिटी एक्सप्रेस, एर्नाकुलम-बेंगलुरू इंटरसिटी एक्सप्रेस सहित 10 ट्रेनों को पूरी तरह रद्द कर दिया गया है. उसने बताया कि सात ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द किया गया है और दो ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किया गया है. सेना, नौसेना, तटरक्षक बल, एनडीआरएफ, पुलिस बल, स्वयंसेवकों और मछुआरों समेत विभिन्न एजेंसियां बचाव कार्य में लगी हैं. केरल में पिछले साल भी भूस्खलन और बाढ़ से भारी तबाही मची थी. इसमें 400 से अधिक लोगों की जान गई थी और लाखों लोग बेघर हुए थे.
महाराष्ट्र में बाढ़
बारिश और बाढ़ की वजह से पश्चिम महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल में हालात बिगड़ते जा रहे हैं. आपदा प्रबंधन की टीम और एनडीआरएफ़ की टीम लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है. पश्चिम महाराष्ट्र की बात करें तो कोल्हापुर, सांगली सबसे अधिक प्रभावित हैं. महाराष्ट्र के कोल्हापुर और सांगली में बाढ़ में घिरे चार लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है. इन इलाक़ों में हजारों परिवार अपना घर छोड़ने पर मजबूर हैं. बाढ़ की चपेट में आने से राज्य में 29 लोगों की मौत हो चुकी है. महाराष्ट्र के कोल्हापुर में बाढ़ की वजह से कई ट्रक पिछले 7 दिनों से फंसे हैं. इसकी वजह से ट्रकों में रखा सामान बरबाद हो रहा है. ऐसे ही एक ट्रक में रखा 30 टन आलू ख़राब हो गया है जिसकी क़ीमत क़रीब 5 लाख रुपये है. महाराष्ट्र में प्रभावित लोगों को अब राज्य सरकार की ओर से 10 किलो चावल और गेहूं दिया जा रहा है तो वहीं इसमें भी राजनीति शुरू हो गई है. महाराष्ट्र सरकार की ओर से दिए जा रहे राहत सामग्री में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और स्थानीय विधायक की तस्वीर लगी हुई है. महाराष्ट्र में दो महीनों बाद विधानसभा चुनाव हैं और उससे पहले अब ऐसे पोस्टर राहत पैकेज में देखने मिल रहे हैं.
गुजरात में भी बाढ़ का कहर
गुजरात में भी बाढ़ का कहर जारी है. यहां भारतीय वायु सेना लगातार बचाव कार्य में जुटी हुई है. जामनगर के जोडिया इलाक़े में बाढ़ में फंसे 42 लोगों को वायु सेना ने हेलीकॉप्टर की मदद से सुरक्षित जगहों तक पहुंचाया है. मुश्किल हालात में फंसी एक बच्ची को वायु सेना के जवानों ने समय रहते बचा लिया. राज्य में बाढ़ की चपेट में आकर अब तक 16 लोगों की मौत हो गई है.
कर्नाटक में भी हालत खराब
कर्नाटक का हाल भी इससे कुछ अलग नहीं है. जहां बाढ़ की वजह से अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है. मृतकों के परिजनों के लिए लिए राज्य सरकार ने पांच लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है.. बाढ़ प्रभावित सवा लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा चुका है. दक्षिण कन्नड़ा जिले के बेलतंगड़ी इलाके से 85 लोगों को एनडीआरएफ ने बचाया है. इनमें 2 गर्भवती महिलाएं और बच्चे भी थे. उत्तर कर्णाटक का बेलगावी और इसके आसपास के इलाके में बाढ़ की त्रासदी का सबसे ज्यादा है. वित्त मन्त्री निर्मला सीतारमण ने इस इलाके का दौरा किया है और गृहमंत्री अमित शाह भी हवाई सर्वेक्षण करेंगे.
वहीं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने सीएम बीएस येदियुरप्पा पर निशाना साधते हुए कहा है कि येदियुरप्पा की उम्र ज्यादा हो गयी है और उनके पास मंत्रिमंडल भी नहीं है इसीलिए उन्हें बहुत तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है, मैं उन्हें ये सलाह दूंगा कि राज्य के चीफ सेक्रेटरी और दूसरे अधिकारी काफी दक्ष हैं, उन्हें राहत का काम करने दें वे अच्छे से काम करेंगे.
महाराष्ट्र: बाढ़ प्रभावितों को दी जा रही राहत सामग्री पर लगी मुख्यमंत्री की तस्वीर
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं