उत्तराखंड के नैनीताल की नैनी झील का पानी आज शाम को अपने तटों से बाहर आ गया, जिससे झील के समानांतर चलने वाली प्रसिद्ध माल रोड पर बाढ़ आ गई. यहां बारिश लगातार 24 घंटे से अधिक समय से जारी है. माल रोड पर लोग टखनों तक गहरे पानी से गुजरते हुए दिखाई दे रहे हैं और वहां से गुजरते हुए वाहन पानी उछालते हुए दिख रहे हैं. उत्तराखंड में आज लगातार दूसरे दिन भारी बारिश के कारण नैनीताल, रानीखेत, अल्मोड़ा से हल्द्वानी और काठगोदाम तक के सभी राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गए हैं. ऋषिकेश में यात्री वाहनों को चंद्रभागा पुल, तपोवन, लक्ष्मण झूला और मुनि-की-रेती भद्रकाली बैरियर पार नहीं करने दिया जा रहा है.
अधिकारियों ने चार धाम तीर्थयात्रियों को मौसम में सुधार होने तक अपनी यात्रा टालने की सलाह दी है. हिमालय के मंदिरों के लिए वाहनों की आवाजाही भी निलंबित कर दी गई है. देवस्थानम बोर्ड के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि चार हिमालयी मंदिरों में नियमित पूजा जारी है और वहां रहने वाले तीर्थयात्री सुरक्षित हैं.
राज्य के पौड़ी जिले में लैंसडाउन के पास एक तंबू में रह रहे नेपाल के तीन मजदूरों की मौत हो गई. बारिश के कारण भूस्खलन होने से वे जिंदा दब गए. दो अन्य घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय स्थित राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष से सड़कों और राजमार्गों की स्थिति के बारे में जानकारी ली.
केदारनाथ में रविवार रात से हो रही भारी बारिश के बावजूद मंदाकिनी नदी अपने सामान्य स्तर पर बह रही है.
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार एहतियाती उपायों के तहत पूरे उत्तराखंड में स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थान सोमवार को बंद रहे, जबकि नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व और विभिन्न वन प्रभागों सहित राज्य के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ट्रेकिंग, पर्वतारोहण और शिविर गतिविधियों पर मंगलवार तक प्रतिबंध लगा दिया गया है.
देहरादून के परेड व पवेलियन मैदान में 18-19 अक्टूबर को होने वाला जिला स्तरीय खेल महाकुंभ अब 24-25 अक्टूबर को होगा.
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