उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले की इगलास सीट के बीजेपी विधायक राजकुमार सहयोगी (Rajkumar Sahyogi) ने पुलिस पर उन्हें पीटने का आरोप लगाया है. विधायक सहयोगी के अनुसार, आज सुबह जब वे स्थानीय पुलिस स्टेशन गए थे तो दो सब इंस्पेक्टरों और एक इंस्पेक्टर ने उन्हें पीटा. उन्होंने कहा, 'मुझे पीटा गया और कपड़े भी फाड़ दिए गए.' दूसरी ओर, थानेदार ने इस मामले में एमएलए पर ही आरोप लगाया है. उन्होंने बताया कि विधायक और उनके सहयोगियों ने पुलिस को अपशब्द कहे और पुलिसकर्मी को चांटा मारा. विधायक राजकुमार सहयोगी की थाने में पुलिस द्वारा कथित पिटाई की खबर फैलते ही सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता घटना के विरोध में थाने पर एकत्र हो गए.
स्थिति तनावपूर्ण है और गोंडा थाने पर अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया है और आसपास की मार्केट बंद करा दी गई.वरिष्ठ पुलिस अधिकारी स्थिति को संभालने के लिए पहुंच गए हैं.किसी पुलिस अधिकारी ने कोई बयान नहीं जारी किया लेकिन स्थानीय पुलिसकर्मियों ने संवाददाताओं को बताया कि विधायक ने पुलिस के साथ कथित तौर पर बदसलूकी की, जिसके बाद उनका थाना प्रभारी सहित पुलिस अधिकारियों के साथ झगड़ा हो गया था. दरअसल, इस मामले के पीछे दो समुदायों के बीच में जमीनी विवाद बताया जा रहा है, जिसमें एक पक्ष के रोहित ने थाना गोंडा में 5 दिन पहले केस दर्ज करवाया था.रोहित विश्व हिंदू परिषद का कार्य करता है.
पुलिस ने मामले की जांच करके दूसरे पक्ष सलीम के तरफ से भी केस दर्ज किया था.इसी को लेकर विधायक अपने समर्थकों के साथ थाने पहुंचे थे. पुलिस के अनुसार, वहां विधायक व उसके साथी द्वारा सिपाही को चांटा मारा गया. इसके बाद पुलिस-बीजेपी विधायक और समर्थकों के बीच मारपीट शुरू हो गई. थाने के चौकीदार ने भी इसकी पुष्टि की है. इस मामले में एसपी देहात ने बताया कि विधायक जी अपने कार्यकर्ता के साथ थाने आए थे, इसी दौरान उनकी पुलिस से कहासुनी हुई. इस मामले में जांच की जा रही है.
बीजेपी विधायक सहयोगी और उनके समर्थक बाद में जिलाधिकारी आवास पहुंचे और जमकर नारेबाजी की. कोराना महामारी के समय में इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियम की धज्जियां उड़ीं. इस बारे में जब जिलाधिकारी से पूछा गया तो वे जवाब से बचते नजर आए.(अलीगढ़ से अदनान खान की रिपोर्ट, भाषा से भी इनपुट)