ठाणे:
कॉल सेंटर जबरन वसूली मामले में अमेरिकी जांच एजेंसी FBI ने ठाणे पुलिस से मुलाकात कर जानकारी ली है. ठाणे पुलिस का दावा है कि अमेरिका से बड़े पैमाने पर पीड़ित मेल और फोन के जरिए संपर्क कर रहे हैं.
पता चला है कि अमेरिका में भी पहले कुछ गिरफ्तारियां हुई थी, लेकिन भारत में ये संगठित तरीके से और इतने बड़े पैमाने पर हो रहा था इस बात से FBI भी हैरान दिखी. ठाणे पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने बताया कि जितना हमने सोचा था यह रैकेट उससे काफी बड़ा निकला. ठगे जाने वालों की संख्या लाखों में जा सकती है.
पुलिस आयुक्त के मुताबिक जांच में यह भी पता चला है कि कॉल सेंटर कर्मचारियों का फोन पर धमकाने का लहजा इतना दहशत भरा था कि उस वजह से एक पीड़ित की कॉल के दौरान ही मौत हो गई थीं. पुलिस अब उस वारदात की पुष्टि करने में जुटी है. अगर जानकारी पुख्ता निकालती है तो इस पूरे मामले को एक नया मोड़ मिल सकता है.
मामले में अब तक 72 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं और एक हजार से भी ज्यादा संदिग्ध आरोपी हैं, लेकिन मास्टरमाइंड के तौर पर 4 से 5 लोगों की शिनाख्त हुई है, जिसमें सागर ठक्कर उर्फ़ सैगी और उसकी बहन रीमा ठक्कर प्रमुख हैं. पुलिस को शक है कि सागर दुबई भाग गया है. इसलिए देश के सभी एयरपोर्ट पर इमिग्रेसन को अलर्ट कर दिया गया है.
सागर के बारे में पता चला है कि अपनी काली कमाई से उसने अपनी माशुका को 2 करोड़ 50 लाख रुपये की महंगी लक्जरी कार उपहार में दी है. पुलिस के मुताबिक जबरन वसूली करने वाले फर्जी कॉल सेंटर सिर्फ मीरा रोड और अहमदाबाद में ही नहीं दिल्ली से सटे नोएडा में भी होने के सुराग मिले हैं.
ठाणे पुलिस आयुक्त से शुक्रवार को जिस FBI एजेंट ने मुलाकात की वो भारतीय मूल के सुहैल दाऊद हैं. ठाणे पुलिस के मुताबिक सुहैल दाऊद FBI में सीनियर एजेंट हैं. सुहैल का परिवार पहले नागपुर में रहता था. सुहैल के पिता सेना में अफसर पद पर थे, जो बाद में बरेली में बस गए थे. हालांकि सुहैल बचपन से ही अमेरिका में रहे हैं और FBI में तकरीबन 20 साल से हैं.
पता चला है कि अमेरिका में भी पहले कुछ गिरफ्तारियां हुई थी, लेकिन भारत में ये संगठित तरीके से और इतने बड़े पैमाने पर हो रहा था इस बात से FBI भी हैरान दिखी. ठाणे पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने बताया कि जितना हमने सोचा था यह रैकेट उससे काफी बड़ा निकला. ठगे जाने वालों की संख्या लाखों में जा सकती है.
पुलिस आयुक्त के मुताबिक जांच में यह भी पता चला है कि कॉल सेंटर कर्मचारियों का फोन पर धमकाने का लहजा इतना दहशत भरा था कि उस वजह से एक पीड़ित की कॉल के दौरान ही मौत हो गई थीं. पुलिस अब उस वारदात की पुष्टि करने में जुटी है. अगर जानकारी पुख्ता निकालती है तो इस पूरे मामले को एक नया मोड़ मिल सकता है.
मामले में अब तक 72 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं और एक हजार से भी ज्यादा संदिग्ध आरोपी हैं, लेकिन मास्टरमाइंड के तौर पर 4 से 5 लोगों की शिनाख्त हुई है, जिसमें सागर ठक्कर उर्फ़ सैगी और उसकी बहन रीमा ठक्कर प्रमुख हैं. पुलिस को शक है कि सागर दुबई भाग गया है. इसलिए देश के सभी एयरपोर्ट पर इमिग्रेसन को अलर्ट कर दिया गया है.
सागर के बारे में पता चला है कि अपनी काली कमाई से उसने अपनी माशुका को 2 करोड़ 50 लाख रुपये की महंगी लक्जरी कार उपहार में दी है. पुलिस के मुताबिक जबरन वसूली करने वाले फर्जी कॉल सेंटर सिर्फ मीरा रोड और अहमदाबाद में ही नहीं दिल्ली से सटे नोएडा में भी होने के सुराग मिले हैं.
ठाणे पुलिस आयुक्त से शुक्रवार को जिस FBI एजेंट ने मुलाकात की वो भारतीय मूल के सुहैल दाऊद हैं. ठाणे पुलिस के मुताबिक सुहैल दाऊद FBI में सीनियर एजेंट हैं. सुहैल का परिवार पहले नागपुर में रहता था. सुहैल के पिता सेना में अफसर पद पर थे, जो बाद में बरेली में बस गए थे. हालांकि सुहैल बचपन से ही अमेरिका में रहे हैं और FBI में तकरीबन 20 साल से हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
कॉल सेंटर, जबरन वसूली, अमेरिकी जांच एजेंसी, एफबीआई, ठाणे पुलिस, FBI, Thane, Investigate, Call Centre Scam