Farmer's Protest: भारतीय किसान यूनियन के नेता नरेश टिकैत (Bharatiya Kisan Union leader Naresh Tikait) की ओर से उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में बुलाई गई किसानों की महापंचायत (Mahapanchayat) में भारी भीड़ उमड़ी. यह महापंचायत, दिल्ली से लगी उस गाजीपुर बॉर्डर से करीब 150 किमी की दूरी पर हुई जहां नरेश टिकैत के भाई राकेश टिकैत (Rakesh Tikait), कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे है. ड्रोन कैमरे से ली गई तस्वीरों में भारी संख्या में भीड़ को बैठक के स्थल के आसपास देखा जा सकता है. महापंचायत गुरुवार को उस घटनाक्रम के बाद बुलाई गई थी तब यूपी प्रशासन की ओर से आंदोलनकारी किसानों से गाजीपुर क्षेत्र खाली कराने की कोशिश के चलते माहौल तनावपूर्ण हो गया था.
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#FarmersProtest | उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में आयोजित किसान महापंचायत में जुटी भारी भीड़, भारतीय किसान यूनियन के #RakeshTikait के समर्थन में बुलाई गई थी महापंचायत pic.twitter.com/0dukq87QBo
— NDTV India (@ndtvindia) January 29, 2021
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भारी संख्या में मौजूद पुलिसबल और लगाई गई मशीनरी ने इन अटकलों को बल दिया था कि किसानों के प्रदर्शनस्थल को तोड़ दिया जाएगा. गुरुवार को प्रदर्शनस्थल की बिजली और पानी की सप्लाई कट कर दी गई थी, हालांकि बाद में इसे बहाल कर दिया गया. किसानों को जब बलपूर्वक भगाया जा रहा था तो किसान नेता राकेश टिकैत, कैमरे के साथ रोते दिखाई दिए थे. उन्होंने ऐलान किया था कि कृषि कानूनों पर अंतिम फैसला होने तक वे प्रदर्शन स्थल को नहीं छोड़ेगे.
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उन्होंने कहा था, 'वे किसानों को तबाह करना चाहते हैं, हम ऐसा नहीं होने देंगे. या तो कृषि कानून वापस लिए जाएंगे या फिर टिकैत खुद को मार लेगा. यह किसानों के खिलाफ साजिश है.' यह वीडियो क्लिप वायरल हो गई थी और इसके परिणाम स्वरूप बड़ी संख्या में किसान वापस लौटकर गाजीपुर पहुंच गए थे और प्रदर्शन के साथ जुड़ गए थे. यूपी के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी प्रशांत कुमार ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा कि यूपी पुलिस का प्रदर्शनकारियों से गाजीपुर एरिया खाली कराने का कोई इरादा नहीं था. उन्होंने कहा, 'बुधवार रात को पुलिस, एरिया खाली कराने के लिए नहीं गई थी बल्कि यह सुनिश्चित करने के लिए थी कि असामाजिक तत्व, प्रदर्शन में घुसपैठ नहीं करें लेकिन कुछ लोगों ने इस घटनाक्रम को तोड़-मरोड़कर पेश किया. '
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