यह ख़बर 23 नवंबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

फेसबुक पोस्ट मामला : रिपोर्ट में पुलिस पर आरोप, लड़कियां निर्दोष

खास बातें

  • दिवंगत शिव सेना प्रमुख बाल ठाकरे के अंतिम संस्कार के लिए मुंबई में बंद के खिलाफ फेसबुक पर कमेंट करने को लेकर दो लड़कियों की गिरफ्तारी के मामले की जांच कर रहे एक जांच आयोग ने पुलिसकर्मियों को अभ्यारोपित करते हुए कहा कि उनकी कार्रवाई जायज नहीं ठहराई जा सकती
मुंबई:

दिवंगत शिव सेना प्रमुख बाल ठाकरे के अंतिम संस्कार के लिए मुंबई में बंद के खिलाफ फेसबुक पर कमेंट करने को लेकर दो लड़कियों की गिरफ्तारी के मामले की जांच कर रहे एक जांच आयोग ने पुलिसकर्मियों को अभ्यारोपित करते हुए कहा कि उनकी कार्रवाई जायज नहीं ठहराई जा सकती।

एक पुलिस अधिकारी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर बताया कि पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कार्यालय को सौंपी गई जांच रिपोर्ट में लड़कियों को निर्दोष ठहराते हुए पुलिसकर्मियों पर विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की गई है।

दोनों लड़कियों को सोमवार को फेसबुक पर पोस्ट करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था जिसमें से एक ने ठाकरे के निधन के बाद मुंबई बंद का विरोध किया था जबकि दूसरी ने इसे ‘लाइक’ किया था। लड़कियों को बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया था।

इन गिरफ्तारियों से देशभर में नाराजगी फैल गई थी और जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग उठने लगी।

अधिकारी ने बताया, ‘पुलिस महानिरीक्षक (कोंकण क्षेत्र) सुखविंदर सिंह द्वारा सौंपी गई इस रिपोर्ट में साथ ही कहा गया है कि इस मामले में जिन धाराओं का इस्तेमाल किया गया, वह जायज नहीं थे।’

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अधिकारी ने कहा कि पुलिस, लड़कियों के खिलाफ आरोपों को वापस लेने के मुद्दे पर सरकार से सलाह लेगी।