Coronavirus Vaccine Dry Run : उत्तर प्रदेश में चल रहे कोरोनावायरस के वैक्सीन के ड्राई रन के दौरान वाराणसी से आई एक फोटो ने योगी सरकार की फजीहत कर रखी है. वाराणसी में ड्राई रन के दौरान एक स्वास्थ्यकर्मी कोरोना वैक्सीन का डिब्बा साइकिल लेकर अस्पताल पहुंचा था, जिसकी तस्वीर सामने आने के बाद इसपर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. ताजा हमला यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव की ओर से आया है. उन्होंने इस घटना को जानलेवा लापरवाही बताते हुए प्रशासन को चेतने की सलाह दी है.
अखिलेश ने घटना पर छपी एक मीडिया रिपोर्ट पर ट्वीट किया, 'कोरोना के टीका लगाने के ‘नक़ली अभ्यास' में भाजपा सरकार के सरकारी इंतजाम की असली सच्चाई खुल गयी है. जिस वैक्सीन को लगने से पहले ख़राब होने से बचाने के लिए ठंडे बक्से में जल्दी से जल्दी एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाना सबसे बड़ी ज़रूरत है उसके लिए सरकार ऐसी जानलेवा लापरवाही न करे.'
बता दें कि वाराणसी के एक महिला अस्पताल में वैक्सीन के ड्राई रन के दौरान पर यहां पर एक स्वास्थ्यकर्मी साइकिल से कोरोना वैक्सीन का डिब्बा लेकर पहुंच गया. हालांकि, उसके पास, जाहिर है, वैक्सीन नहीं थी क्योंकि यह ड्राई रन था लेकिन वैक्सीन पहुंचाने की प्रैक्टिस में ऐसी व्यवस्था देखकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं.
घटना सामने आने के बाद जिलाधिकारी ने सफाई देते हुए कहा कि 'कोरोना वैक्सीन के ड्राई रन में असली वैक्सीन नहीं थी, केवल खाली डिब्बों से ड्राई रन हुआ था. साईकिल के डिब्बों में वैक्सीन नहीं थी.' उन्होंने कहा कि 'महिला अस्पताल में वैक्सीन स्टोरेज पॉइंट स्थापित है. वह वैक्सीन चौका घाट से जानी ही नहीं थी, इसलिए वहां के लिए वाहन भी प्लान नहीं किया गया था. चौका घाट के स्टाफ द्वारा गलतफहमी से वाहन ना होने के कारण साईकिल से वैक्सीन के डिब्बे भेजे गए. इसके लिए कर्मचारी को स्पष्टीकरण नोटिस जारी किया गया है. ड्राई रन में जो फीडबैक मिले हैं, उनके आधार पर ही रियल वैक्सीनेशन राउंड कराया जाएगा.'
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