
EVM पर चुनाव आयोग का हैकेथॉन
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चुनाव आयोग ने आयोजित किया ईवीएम चैलेंज
दो राजनीतिक दलों ने इसमें लिया हिस्सा
चार चार ईवीएम मशीन इन्हें उपलब्ध कराई गई.
आयोग ने 12 मई को ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतों को लेकर आयोजित सर्वदलीय बैठक के बाद सभी मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों को खुली चुनौती में शामिल होने के लिये आमंत्रित किया था. लेकिन 3 जून को आयोजित होने वाली चुनौती को स्वीकार करने की 26 मई को निर्धारित समय सीमा में सिर्फ दो दलों (एनसीपी और माकपा) ने ही आवेदन किया था.
जैदी ने बताया कि आयोग ने चुनौती के लिये हाल ही में सम्पन्न पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में 12 विधानसभा क्षेत्रों में इस्तेमाल की गयी 14 मशीनों को हैक करने के लिये दावेदारों को मुहैया कराने के लिये चुना था. उन्होंने बताया कि दोनों दलों द्वारा मशीन हैक करने की अनिच्छा जाहिर करने पर उनकी मांग के मुताबिक आयोग की तकनीकी विशेषज्ञों की समिति के सदस्यों ने दोनों दलों के प्रतिनिधियों को ईवीएम के तकनीकी पहलुओं की विस्तार से जानकारी दी.
जैदी ने कहा कि एनसीपी सांसद वंदना चह्वाण ने इस दौरान चार दिन पहले उनके द्वारा आयोग से ईवीएम का मेमोरी नंबर और बैटरी नंबर मुहैया कराने का अनुरोध करने का मुद्दा उठाया. लेकिन इस पर आयोग के प्रतिनिधि सुधीर जैन ने उन्हें बताया कि चुनौती में शामिल मशीनें सीलबंद थीं और ये दोनों नंबर चुनौती के दौरान ही उन्हें मुहैया कराये जा सकते हैं. इस तथ्य से आयोग ने चह्वाण को पहले ही अवगत करा दिया था.
आयोग ने एनसीपी के प्रतिनिधियों को ईवीएम का मेमोरी नंबर और बैटरी नंबर चुनौती के दौरान ही बताने का विकल्प मुहैया कराते हुये मशीन को हैक करने का प्रस्ताव एक बार फिर रखा. लेकिन उन्होंने इसे अस्वीकार कर दिया. हालांकि एनसीपी के प्रतिनिधियों ने आयोग द्वारा अंतिम समय में ईवीएम के चयन की शर्त में बदलाव करने पर विरोध दर्ज कराते हुये कहा कि आयोग ने पहले राजनीतिक दलों की मर्जी से ईवीएम मशीन मुहैया कराने का विकल्प दिया था लेकिन बाद में आयोग द्वारा चयनित 14 मशीनों में से किसी एक मशीन को चुनने का विकल्प दिया गया.
जैदी ने बताया कि इस आपत्ति के साथ एनसीपी ने भी चुनौती से पल्ला झाड़ लिया. हालांकि इसके एवज में पार्टी के प्रतिनिधियों ने ईवीएम को लेकर 8 शंकाओं का तकनीकी समिति के साथ समाधान कर ईवीएम को लेकर संतुष्टि जाहिर की. जैदी ने ईवीएम को लेकर व्याप्त शंकाओं को दूर करने में सभी राजनीतिक दलों के सकरात्मक सहयोग का स्वागत करते हुये कहा कि इससे देश में लोकतांत्रिक मूल्यों की गहरी जड़ों को मजबूती मिलेगी. इस बीच ईवीएम में गड़बड़ी का जोरशोर से दावा कर रही आम आदमी पार्टी (आप) ने आयोग द्वारा आयोजित चुनौती की शर्तों को अस्वीकार करते हुये इससे खुद को पहले ही दूर कर लिया था.
हालांकि आयोग द्वारा आयोजित ईवीएम चुनौती के समानांतर आप की ओर से भी आज ईवीएम चेलैंज में हिस्सा लेने के लिये चुनाव आयोग सहित अन्य पक्षकारों को आमंत्रित किया गया. पार्टी प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ईवीएम जैसी हूबहू मशीन को हैक करने की चुनौती में हिस्सा लेने के लिये आयोग के प्रतिनिधियों, राजनीतिक दलों, ईवीएम बनाने वाली कंपनी और अन्य विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया है. भारद्वाज ने आयोग द्वारा आयोजित चुनौती को महज एक छलावा बताते हुये कहा कि आपको इससे एक कदम आगे जाकर हैकेथॉन में पंजीकृत अवेदकों को मशीन में मदरबोर्ड से लेकर सॉफ्टवेयर तक किसी भी तरह की गड़बड़ी करने का मौका दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि चुनौती में हिस्सा लेने के इच्छुक लोग आप की वेबसाइट पर हैकेथॉन के लिये ऑनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं. हालांकि उन्होंने हैकेथॉन की तारीख का खुलासा नहीं किया. उन्होंने कहा कि पंजीकरण प्रक्रिया के बाद तारीख का ऐलान किया जायेगा.
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