सीएम नीतीश कुमार पर कानून व्यवस्था के मामले में आरजेडी ही निशाना साध रही है
पटना:
बिहार में सत्तारूढ महागठबंधन में सब कुछ सामान्य नहीं है। दोनों दलों के प्रवक्ता और अब तो शीर्ष नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज होती जा रही है।दरअसल, पिछले शनिवार को बिहार के दरभंगा जिले में सड़क निर्माण में लगी एक निजी कंपनी के दो इंजीनियर, ब्रजेश और मुकेश कुमार, की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना के पीछे संतोष झा गैंग का नाम आया है, जिसने रंगदारी की मांग की थी।
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लालू के बयान से हुई शुरुआत
जहां एक ओर पुलिस इस घटना के संबंध में अपराधियों की धरपकड़ कर रही है। इसी बीच राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष, लालू यादव ने मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन कर कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को, जिनके पास गृह मंत्रालय का प्रभार भी है, कुछ नसीहत दे डाली। इसमें अपराधियों के खिलाफ अभियान चलने के अलावा, चुस्त-दुरुस्त अधिकारियों को जिले में तैनात करने की बात शामिल थी। सबसे ज्यादा चुभने वाली बात ये रही कि लालू ने सार्वजनिक रूप से कहा कि अगर किसी से रंगदारी की मांग की जाती हैं तो वो उन्हें तुरंत खबर करें जिससे कि सरकार कार्रवाई कर सके।
भाजपा ने आरजेडी चीफ को बताया 'सुपर चीफ मिनिस्टर'
अगले ही दिन जनता दल-यू (जेडीयू) के राज्य अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने सियासत गरमाते हुए कहा कि नीतीश कुमार को कानून व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करने के लिए नसीहत की जरूरत नहीं है। देश के लोग जानते हैं कि नीतीश ने बिहार में कानून का राज कैसे कायम किया है। बीजेपी भी इस मामले में कूदी और लालू के बयान पर आरजेडी चीफ को 'सुपर चीफ मिनिस्टर' तक कह डाला। लालू के बयान पर जैसे ही जेडीयू नीतीश कुमार के बचाव में आई, लालू के पुराने सिपहसालार और उनके इशारे पर बयान देने के लिए मशहूर पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह मैदान में उतर आए। उन्होंने कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था में गिरावट आई तो उनकी पार्टी चुप नहीं बैठेगी।
रघुवंश के बयान ने मामले को दिया तूल
नए साल के पहले ये उम्मीद की जा रही थी कि इस बयानबाजी पर लगाम लगेगी, लेकिन रघुवंश प्रसाद सिंह ने एक बार फिर कहा कि हमलोग राज्य की स्थिति को ठीक करेंगे। हम जनता की बात बोलते हैं और बोलेंगे। लोगों की समस्या और लोगों की तकलीफ...उसके हिसाब से चलेंगे ...मार दिया तो हत्यारों को पकड़ा जाए, इस बारे में अभियान चलना चाहिए। वहीं जेडीयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि रघुवंश बाबू राजनीति के अंतिम पड़ाव पर हैं और जब से महागठबंधन बना हैं वे गलत बयान देकर माहौल खराब करते हैं।
लालू की मीडिया को नसीहत
वही आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने कहा कि सभी प्रवक्ता बयान देने के पहले अपने नेता से बात कर लें। लालू ने मीडिया को भी नसीहत दे डाली कि वह अपने मन से खबर ने गढ़े। न्यूज़ को ट्विस्ट न करे, इससे भ्रम फैलता है। लेकिन लालू जानते हैं कि महागठबंधन में फ़िलहाल उनके बयान से भ्रम की स्थिति शुरू हुई है और यह शायद उनके बयान से ही खत्म होगी।
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लालू के बयान से हुई शुरुआत
जहां एक ओर पुलिस इस घटना के संबंध में अपराधियों की धरपकड़ कर रही है। इसी बीच राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष, लालू यादव ने मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन कर कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को, जिनके पास गृह मंत्रालय का प्रभार भी है, कुछ नसीहत दे डाली। इसमें अपराधियों के खिलाफ अभियान चलने के अलावा, चुस्त-दुरुस्त अधिकारियों को जिले में तैनात करने की बात शामिल थी। सबसे ज्यादा चुभने वाली बात ये रही कि लालू ने सार्वजनिक रूप से कहा कि अगर किसी से रंगदारी की मांग की जाती हैं तो वो उन्हें तुरंत खबर करें जिससे कि सरकार कार्रवाई कर सके।
भाजपा ने आरजेडी चीफ को बताया 'सुपर चीफ मिनिस्टर'
अगले ही दिन जनता दल-यू (जेडीयू) के राज्य अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने सियासत गरमाते हुए कहा कि नीतीश कुमार को कानून व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करने के लिए नसीहत की जरूरत नहीं है। देश के लोग जानते हैं कि नीतीश ने बिहार में कानून का राज कैसे कायम किया है। बीजेपी भी इस मामले में कूदी और लालू के बयान पर आरजेडी चीफ को 'सुपर चीफ मिनिस्टर' तक कह डाला। लालू के बयान पर जैसे ही जेडीयू नीतीश कुमार के बचाव में आई, लालू के पुराने सिपहसालार और उनके इशारे पर बयान देने के लिए मशहूर पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह मैदान में उतर आए। उन्होंने कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था में गिरावट आई तो उनकी पार्टी चुप नहीं बैठेगी।
रघुवंश के बयान ने मामले को दिया तूल
नए साल के पहले ये उम्मीद की जा रही थी कि इस बयानबाजी पर लगाम लगेगी, लेकिन रघुवंश प्रसाद सिंह ने एक बार फिर कहा कि हमलोग राज्य की स्थिति को ठीक करेंगे। हम जनता की बात बोलते हैं और बोलेंगे। लोगों की समस्या और लोगों की तकलीफ...उसके हिसाब से चलेंगे ...मार दिया तो हत्यारों को पकड़ा जाए, इस बारे में अभियान चलना चाहिए। वहीं जेडीयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि रघुवंश बाबू राजनीति के अंतिम पड़ाव पर हैं और जब से महागठबंधन बना हैं वे गलत बयान देकर माहौल खराब करते हैं।
लालू की मीडिया को नसीहत
वही आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने कहा कि सभी प्रवक्ता बयान देने के पहले अपने नेता से बात कर लें। लालू ने मीडिया को भी नसीहत दे डाली कि वह अपने मन से खबर ने गढ़े। न्यूज़ को ट्विस्ट न करे, इससे भ्रम फैलता है। लेकिन लालू जानते हैं कि महागठबंधन में फ़िलहाल उनके बयान से भ्रम की स्थिति शुरू हुई है और यह शायद उनके बयान से ही खत्म होगी।
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