मुम्बई के मशहूर रियल्टर्स एंड डेवलपर्स (Omkar Realtors & Developers) ओमकार ग्रुप पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगा है. प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने बुधवार को कंपनी के चेयरमैन कमल कुमार गुप्ता और एमडी बाबूलाल वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है. ED ने ये कार्रवाई दोनों के खिलाफ यस बैंक में कथित लोन धोखाधड़ी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की है. दोनों पर वडाला के SRA प्रोजेक्ट पर यस बैंक से 410 करोड़ कर्ज लेकर उसे डायवर्ट करने का आरोप है. औरंगाबाद के शहर चौक पुलिस थाने में दर्ज FIR के बाद ED ने जांच कर कार्रवाई की है.
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मामला दर्ज करने के बाद ED ने 25 जनवरी को ओमकार ग्रुप के 10 ठिकानों पर छापेमारी की. बताया जाता है कि वहां हेराफेरी से जुड़े कई दस्तावेज भी मिले हैं..दो दिन की पूछताछ में संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर ED ने चेयरमैन और एमडी को अरेस्ट कर लिया.
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शिकायतकर्ता के वकील यश आनंद ने कहा, 'फंड डायवर्जन का जो केस है वो यह है कि इसने सेलेबल FSI, जो SRA प्रोजेक्ट सरकारी जमीन पर है, उसे मॉर्गेज रख अलग-अलग बैंकों से कर्ज लिए लेकिन स्लम रिहैब ना कर उसे डाइवर्ट किया.अब ED इसकी जांच कर रही है.' शिकायत के अनुसार, औरंगाबाद जिमखाना कंपनी के मालिक ने अपने भाई की कंपनी सुराना कंस्ट्रक्शन में निवेश किया था. सुराना कंस्ट्रक्शन कंपनी ने वडाला के SRA प्रोजेक्ट को लेकरसाल 2015 में ओमकार रियल्टर्स एंड डेवलपर्स से करार किया और वडाला का प्रोजेक्ट ओमकार डेवलपर्स को ट्रांसफर कर दिया गया. ओमकार ने उस प्रोजेक्ट पर यस बैंक से 410 करोड़ का कर्ज भी उठा लिया लेकिन औरंगाबाद जिमखाना को बदले में दिया चेक बाउंस हो गया. आरोप है कि कंपनी ने अपने फ्रिज अकॉउंट का चेक दिया था.
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