भाजपा (BJP) में चार दशकों तक राजनीति की पारी खेलने वाले महाराष्ट्र (Maharashtra) के दिग्गज नेता एकनाथ खडसे (Eknath Khadse) ने आखिरकार पार्टी को अलविदा कह दिया. खडसे शुक्रवार को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार की मौजूदगी में एनसीपी में शामिल हुए.
खडसे ने कहा, मेरे साथ नाइंसाफी हुई है और उसके लिए केवल एक ही व्यक्ति ज़िम्मेदार है.. मैंने बार बार पूछा कि मेरी गलती क्या है पर कोई जवाब नहीं मिला. एनसीपी में शामिल होने पर बीजेपी नेताओं की आलोचना का भी उन्होंने अपने अंदाज में जवाब दिया. एकनाथ खडसे ने कहा कि एनसीपी सुबह 5 बजे शपथ लेने के समय बीजेपी नेताओं को अच्छी लग रही थी, अब आपको परेशानी हो रही है.
खडसे ने बुधवार को बीजेपी से इस्तीफा देने के साथ ही स्पष्ट कर दिया था कि वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का दामन थामने जा रहे हैं. खडसे ने इस्तीफा देने के वक्त भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर तो कुछ नहीं कहा, लेकिन राज्य में पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्रक्षी पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने फडणवीस को पार्टी छोड़ने का मुख्य कारण बताया था. वर्ष 2014 में महाराष्ट्र सरकार में देवेंद्र फडणवीस के बाद फडणवीस दूसरे सबसे बड़े नेता माने जाते थे. खडसे ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार की उपस्थिति में पार्टी में प्रवेश किया.
चार साल से चल रही थी नाराजगी
एकनाथ खडसे पिछले 4 सालों से बीजेपी से नाराज़ चल रहे थे. 2014 में बीजेपी के सरकार में उन्हें कई अहम मंत्रालय दिए गए. हालांकि 2016 में ज़मीन घोटाले के आरोप में उन्हें मंत्रिपद से हटा दिया गया. खडसे लगातार इन आरोपों को बेबुनियाद बताकर इसको उन्हें फंसाने की साज़िश बता रहे थे तो वहीं देवेंद्र फडणवीस इन आरोपों को गलत बताते नज़र आए.
फडणवीस बोले, मुझसे शिकायत थी तो वरिष्ठ नेताओं से मिल सकते थे
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और अब विरोधी दल के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा, अगर उन्हें मुझसे कोई शिकायत थी तो वो वरिष्ठ नेताओं के पास जा सकते थे. फडणनीस को भाजपा ने बिहार विधानसभा चुनाव में प्रभारी बनाया है. बिहार में अगले दो हफ्तों में तीन चरणों के चुनाव को लेकर वह काफी व्यस्त हैं.
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