
सरकार अपने स्वामित्व वाली एयरलाइन एयर इंडिया (Air India) के विनिवेश की प्रक्रिया दिसंबर के अंत तक पूरा करने की कोशिश कर रही है. नागर विमानन सचिव राजीव बंसल (Rajiv Bansal) ने बुधवार को कहा कि इस साल के अंत तक एयर इंडिया का नियंत्रण टाटा समूह को सौंपने की प्रक्रिया पूरी करने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं. बंसल एयर इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक भी हैं. टाटा समूह (Tata Group) की कंपनी टालेस प्राइवेट लिमिटेड ने एयर इंडिया के लिए सबसे ऊंची बोली लगाई थी. गत 25 अक्टूबर को सरकार ने टाटा समूह की शीर्ष कंपनी टाटा संस के साथ हिस्सेदारी खरीद समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. करीब 18,200 करोड़ रुपये के इस सौदे से सरकार को 2,700 करोड़ रुपये की नकदी मिलेगी. वहीं टाटा एयर इंडिया का 15,300 करोड़ रुपये का बकाया कर्ज भी लेगी
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एयर इंडिया के साथ ही टाटा समूह को किफायती विमान सेवा एयर इंडिया एक्सप्रेस और संयुक्त उद्यम एआईएसएटीएस में एयर इंडिया की 50 प्रतिशत हिस्सेदारी भी मिलेगी. बंसल ने कहा कि एयर इंडिया लगातार नुकसान में चल रही थी और इसका मासिक घाटा 600 करोड़ रुपये से भी ज्यादा हो गया था. एयर इंडिया के बेड़े में 27 बोइंग 737 समेत 43 विमान हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि एयर इंडिया के विनिवेश से देश के विमानन क्षेत्र को नई ऊर्जा मिलेगी. गत 31 अगस्त को इस एयरलाइन पर कुल 61,562 करोड़ रुपये का कर्ज था.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं