खास बातें
- निलंबित आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल के मामले में समाजवादी पार्टी और केंद्र सरकार में टकराव बढ़ता दिखाई दिया। सपा ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार का फैसला सही और अंतिम है।
नई दिल्ली/लखनऊ: निलंबित आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल के मामले में समाजवादी पार्टी और केंद्र सरकार में टकराव बढ़ता दिखाई दिया। सपा ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार का फैसला सही और अंतिम है। पार्टी ने केंद्र पर राज्य से सभी आईएएस अधिकारियों को हटाने का ताना तक मार दिया।
सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहा कि आईएएस अधिकारी दुर्गा को निलंबित करने का फैसला उचित है। उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘यह सही है। यह अंतिम है।’ निलंबन के आदेश को रद्द किए जाने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर मुलायम ने ‘नहीं’ में उत्तर दिया।
इस मुद्दे पर सपा और केंद्र में टकराव बढ़ने के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि केंद्र इस मामले में राज्य सरकार के साथ संपर्क में हैं और निर्धारित नियमों का पालन किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ सपा का ऐसा ही रवैया लखनऊ में भी सामने आया जहां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि गलती करने वाले अधिकारियों को दंडित किया जाएगा।
2010 बैच की आईएएस अधिकारी दुर्गा के निलंबन को सही ठहराने वाले अखिलेश ने एक समारोह में कहा, ‘यहां कई बच्चे हो सकते हैं जो बता सकते हैं कि गलती करने पर उनके शिक्षकों और माता-पिता ने उनकी पिटाई की होगी। सरकार भी इसी तरह चलती है। जब भी कोई अधिकारी कुछ गलत करता है तो उसे दंडित किया जाता है।’ सपा नेता राम गोपाल यादव ने दिल्ली में कहा, ‘अगर केंद्र सरकार हस्तक्षेप चाहती है तो वह उत्तर प्रदेश से सभी आईएएस अधिकारियों को हटा सकती है। हम अपने अधिकारियों के साथ प्रदेश को चला लेंगे।’