हैदराबाद में पिछले महीने हुए विंग्स इंडिया एयर शो में शीर्ष एयरलाइन मालिकों ने कई बातों पर सहमति व्यक्त की है. जिनमें से करों को कम किया जाना और हवाई अड्डे की क्षमता को बढ़ाने जैसे फैसले शामिल हैं. हालांकि एक बात पर समझौता नहीं हो सका है जो कि "गैर-जिम्मेदार प्रतिस्पर्धा" से जुड़ा हुआ है. ब्लूमबर्ग के हवाले से छपी रिपोर्ट के अनुसार एयर एशिया इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील भास्करन ने कहा कि भारतीय विमानन "गैर-जिम्मेदार प्रतिस्पर्धा" से पीड़ित है. जिसने उच्च करों और ईंधन की कीमतों के बावजूद किराए को कम रखा है. भास्करन ने ये नहीं बताया कि वो किसका जिक्र कर रहे हैं. लेकिन इस समय पूरे भारत के बाजार में एयरलाइन इंडिगो का दबदबा है.
इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड द्वारा संचालित इंडिगो के नियंत्रण में 50% से अधिक घरेलू बाजार है. नौ अन्य एयरलाइनें बाकी के लिए प्रतिस्पर्धा करती हैं. इंडिगो के नेतृत्व में अन्य एयरलाइंस किराए में वृद्धि कर सकती हैं, वाले सुझाव पर इंडिगो के सीईओ रोनोजॉय दत्ता ने कहा, "मुझे खेद है, लेकिन ये किराया बढ़ाने के लिए एक साथ काम करने के बारे में नहीं है. " इंडिगो की रणनीति बेहतर ग्राहक सेवा प्रदान करने और राजस्व का एक अनुपातहीन हिस्सा प्राप्त करने की है".
बता दें कि ब्रेंट ऑयल अब 100 डॉलर प्रति बैरल से अधिक पर कारोबार कर रहा है. भारतीय रुपया पिछले महीने रिकॉर्ड निचले स्तर 76.9812 प्रति डॉलर पर आ गया है. हाल के दिनों में किराए में वृद्धि के कुछ संकेत हैं. ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसी Yatra.com के अनुसार, अप्रैल के लिए, नई दिल्ली से मुंबई के टिकट पहले की तुलना में 42% अधिक के स्तर पर बिक रहे हैं.
इसी सम्मेलन में, स्पाइसजेट के अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा कि उच्च तेल की कीमतें एयरलाइंस के लिए अधिक राजस्व अर्जित करने का एक "जबरदस्त" अवसर पेश करती हैं. लेकिन उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें स्पाइसजेट के किराए में वृद्धि की शिकायत करने वाले ग्राहकों से संदेश मिले हैं. जिसमें कहा गया है कि "जबरन वसूली की गई". सिंह ने कहा कि यात्री अब बेहद सस्ते किराए के आदी हो गए हैं और उस मानसिकता को बदलना होगा.
VIDEO: HDFC Bank के साथ होगा HDFC का विलय, ऐलान के बाद बढ़े शेयर के दाम
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं