भोपाल:
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की टीम के सदस्यों पर आरोप लगाया है कि प्रजातंत्र में विश्वास रखे बिना वे ‘सत्ता के दलाल’ बनने की कोशिश कर रहे हैं।
कांग्रेस महासचिव ने अपने निवास पर कहा, ‘कई बार मुझे लगता है कि टीम अन्ना के सदस्यों की प्रजातंत्र और प्रजातांत्रिक संस्थाओं में कोई आस्था नहीं है और वे चुनाव का सामना किए बिना ‘सत्ता के दलाल’ बनना चाहते हैं।’ उन्होंने कहा कि टीम अन्ना के अधिकांश सदस्यों के पास कुछ भी कहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
सिंह ने कहा कि इसी कारण से यह सदस्य (टीम अन्ना के) आए दिन संसद और सांसदों के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग करते हैं।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि टीम अन्ना के एक सदस्य अरविंद केजरीवाल ने सरकारी नौकरी करते वक्त सारे नियमों का खुला उल्लंघन किया। इसी तरह किरण बेदी ने हवाई यात्रा में रिआयती टिकट को उपयोग किया था और उस वक्त उनको किसी नैतिकता का ख्याल नहीं आया।
एक प्रश्न के जवाब में दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा का अन्ना से उस दिन मोहभंग हो गया, जिस दिन उन्होंने आरएसएस का समर्थन लेने से इन्कार कर दिया।
कांग्रेस महासचिव ने अपने निवास पर कहा, ‘कई बार मुझे लगता है कि टीम अन्ना के सदस्यों की प्रजातंत्र और प्रजातांत्रिक संस्थाओं में कोई आस्था नहीं है और वे चुनाव का सामना किए बिना ‘सत्ता के दलाल’ बनना चाहते हैं।’ उन्होंने कहा कि टीम अन्ना के अधिकांश सदस्यों के पास कुछ भी कहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
सिंह ने कहा कि इसी कारण से यह सदस्य (टीम अन्ना के) आए दिन संसद और सांसदों के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग करते हैं।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि टीम अन्ना के एक सदस्य अरविंद केजरीवाल ने सरकारी नौकरी करते वक्त सारे नियमों का खुला उल्लंघन किया। इसी तरह किरण बेदी ने हवाई यात्रा में रिआयती टिकट को उपयोग किया था और उस वक्त उनको किसी नैतिकता का ख्याल नहीं आया।
एक प्रश्न के जवाब में दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा का अन्ना से उस दिन मोहभंग हो गया, जिस दिन उन्होंने आरएसएस का समर्थन लेने से इन्कार कर दिया।
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