यह ख़बर 30 जनवरी, 2013 को प्रकाशित हुई थी

सरकार स्थिर है, और इस्तीफों की आशंका नहीं : शेट्टार

खास बातें

  • पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा समर्थक और मंत्रियों एवं विधायकों के इस्तीफे देने के खतरे के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने कहा कि उनकी सरकार स्थिर है तथा उन्हें और इस्तीफों की आशंका नहीं है।
बेंगलुरु:

पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा समर्थक और मंत्रियों एवं विधायकों के इस्तीफे देने के खतरे के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार स्थिर है तथा उन्हें और इस्तीफों की आशंका नहीं है।

शेट्टार ने यहां कहा,‘‘मैं सभी भाजपा विधायकों के संपर्क में हूं। वे विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा नहीं देने जा रहे।’’ उधर, अपनी राजनीतिक दावपेंच से भाजपा सरकार के लिए संकट खड़ी करने वाले येदियुरप्पा ने शेट्टार को चुनौती दी यदि ‘उनके पास बहुमत है तो वे बजट पेश करें।’

बीजापुर जिले के इंडी में संवाददाताओं से बातचीत में येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘कुछ और मंत्रियों एवं विधायकों के इस्तीफे का इंतजार कीजिए। मैं किसी पर इस्तीफे के लिए दबाव नहीं डाल रहा।’’ हालांकि कल 12 विधायकों के इस्तीफे के बाद बिल्कुल मामूली बहुमत से अपनी सरकार चलाने वाले शेट्टार ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि इन विधायकों ने दबाव में इस्तीफा दिया।

उन्होंने कहा,‘‘सरकार स्थिर है और मैं (8 फरवरी को) बजट पेश करूंगा।’’ उन्होंने इस आरोप का खंडन किया कि विधानसभाध्यक्ष के जी बोपैया ने विधायकों के त्यागपत्र स्वीकारने में देरी कर राजनीति की है।

उपमुख्यमंत्री एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के एस ईश्वरप्पा ने कहा कि यदि कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लाती है तो सरकार उसका मुकाबला करने को तैयार है। ईश्वरप्पा ने 4 फरवरी से शुरू हो रहे बजट सत्र से पहले इस संकट और उससे निबटने के तौर तरीकों पर शेट्टार, भाजपा महासचिव अनंत कुमार एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता संतोष समेत शीर्ष नेताओं के साथ बातचीत की है।

कल 13 असंतुष्ट भाजपा विधायक राज्य सचिवालय में विधानसभाध्यक्ष से उनके कार्यालय में मिले थे और उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से अपना इस्तीफा उन्हें सौंपा था। कई घंटे बाद इस्तीफे मंजूर किए गए थे। एक विधायक विट्टाला कटकडोंडा का इस्तीफा तकनीकी कारणों से अस्वीकार कर दिया गया।

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बारह अंसतुष्ट विधायकों के इस्तीफे के बाद विधानसभा में भाजपा के पास 105 सदस्य, कांग्रेस के पास 71 तथा जनता दल सेकुलर के पास 26 सदस्य हैं जबकि सात निर्दलीय विधायक एवं विधानसभाध्यक्ष हैं। एक निर्दलीय विधायक सरकार का समर्थन कर रहे हैं।