
प्र्तीकात्मक फोटो
- विश्वविद्यालयों के छात्रों, कामगारों और महिलाओं ने मार्च में हिस्सा लिया
- ऑल इंडिया स्टूडेंट्स असोसिएशन (आइसा) ने मार्च का आयोजन किया
- शनिवार को मार्च मंडी हाउस से शुरू होकर जनपथ की तरफ बढ़ा
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शहर के विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्रों, अलग-अलग हिस्सों से आए कामगारों और महिलाओं ने नोटबंदी के खिलाफ आयोजित विरोध रैली में हिस्सा लिया. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय, जामिया मिलिया इस्लामिया और अंबेडकर विश्वविद्यालय के छात्रों ने रैली में हिस्सा लिया .
वामपंथी छात्र संगठन ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने शनिवार को इस मार्च का आयोजन किया और दावा किया कि वजीरपुर, नोएडा, नरेला एवं शहर के अन्य औद्योगिक क्षेत्रों के कामगार इस मार्च को अपना समर्थन देने आए थे . शनिवार को मार्च मंडी हाउस से शुरू होकर जनपथ की तरफ बढ़ा .
आइसा की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुचेता डे ने कहा, "हमारी मांग है कि नोटबंदी का कदम वापस लिया जाए . इस कदम से देश में आपातकाल जैसे हालात पैदा हो गए हैं और यह साफ होता जा रहा है कि इससे उन कॉरपोरेट घरानों को फायदा हो रहा है, जिनके कर्ज माफ किए जा रहे हैं ." डे ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने उन्हें प्रधानमंत्री आवास की तरफ मार्च करने नहीं दिया और उन्हें हिरासत में ले लिया गया .
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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