दिल्ली में 5 सितंबर तक डेंगू के 1529 मामले सामने आ चुके हैं
नई दिल्ली:
राजधानी दिल्ली में इस बार पिछले पांच सालों में सबसे ज्यादा डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं। इस साल इस बीमारी के ज्यादातर जो लक्षण सामने आ रहे हैं, उनमें मरीजों में प्लेटलेट लेवल में भारी गिरावट देखी जा रही है, जिससे अस्पतालों, क्लीनिकों और ब्लड बैंकों में भीड़ बढ़ती जा रही है।
डॉक्टरों का मानना है कि आगामी चार हफ्तों में डेंगू के मामले और बढ़ सकते हैं, क्योंकि अभी तक तापमान में गिरावट नहीं आई है। 5 सितंबर तक डेंगू के 1529 मामले सामने आ चुके हैं। साल 2009 से यह अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है। उस साल डेंगू के 1512 मामले दर्ज किए गए थे।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को एडवाइजरी जारी कर कहा है कि वे डेंगू के किसी भी मरीज को दाखिल करने से इनकार न करें। अस्पतालों से डेंगू के मरीजों के लिए बेड की संख्या बढ़ाने को भी कहा गया है। ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) की एक शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक इस सीजन में डेंगू के टाइप-2 और टाइप-4 के मामले ज्यादा सामने आए हैं।
एमसीडी शहर में मच्छरों के पनपने वाले स्थानों पर जांच करवा रही है और पिछले 15 दिनों में 114 संस्थानों पर जुर्माना लगाया गया है। जिन प्रमुख संस्थानों पर जुर्माना लगाया गया है, उनमें जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, एनसीईआरटी और लोक निर्माण विभाग शामिल हैं। एमसीडी अधिकारियों का कहना है कि वे रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों के साथ मिलकर आस-पड़ोस में लार्वा पनपने से रोकने के एक्शन प्लान पर काम कर रहे हैं।
डॉक्टरों का मानना है कि आगामी चार हफ्तों में डेंगू के मामले और बढ़ सकते हैं, क्योंकि अभी तक तापमान में गिरावट नहीं आई है। 5 सितंबर तक डेंगू के 1529 मामले सामने आ चुके हैं। साल 2009 से यह अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है। उस साल डेंगू के 1512 मामले दर्ज किए गए थे।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को एडवाइजरी जारी कर कहा है कि वे डेंगू के किसी भी मरीज को दाखिल करने से इनकार न करें। अस्पतालों से डेंगू के मरीजों के लिए बेड की संख्या बढ़ाने को भी कहा गया है। ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) की एक शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक इस सीजन में डेंगू के टाइप-2 और टाइप-4 के मामले ज्यादा सामने आए हैं।
एमसीडी शहर में मच्छरों के पनपने वाले स्थानों पर जांच करवा रही है और पिछले 15 दिनों में 114 संस्थानों पर जुर्माना लगाया गया है। जिन प्रमुख संस्थानों पर जुर्माना लगाया गया है, उनमें जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, एनसीईआरटी और लोक निर्माण विभाग शामिल हैं। एमसीडी अधिकारियों का कहना है कि वे रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों के साथ मिलकर आस-पड़ोस में लार्वा पनपने से रोकने के एक्शन प्लान पर काम कर रहे हैं।
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