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This Article is From Jan 01, 2022

'दिल्ली में पाबंदी बढ़ाने की जरूरत की समीक्षा करेंगे', कोरोना के बढ़ते केस पर बोले स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन

दिल्ली में शनिवार को संक्रमण के 2,716 नए मामले सामने आए और एक व्यक्ति की मौत हो गई. वहीं संक्रमण दर बढ़कर 3.64 प्रतिशत हो गई.

'दिल्ली में पाबंदी बढ़ाने की जरूरत की समीक्षा करेंगे', कोरोना के बढ़ते केस पर बोले स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन
दिल्ली में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी
नई दिल्ली:

दिल्ली में कोरोना के मामलों (Delhi Covid Cases) में एक दिन में 50 फीसदी का उछाल आया है. शनिवार को पिछले 24 घंटे में दिल्ली में 2716 नए कोविड केस सामने आए. जबकि राजधानी में पॉजिटिविटी रेट (Delhi positivity Rate) 3 फीसदी से ज्यादा हो गई है. ऐसे में पाबंदियों को बढ़ाए जाने की संभावना से जुड़े सवालों का दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार को जवाब दिया. कोरोना संबंधी और प्रतिबंध लगाने की जरूरत के सवाल पर सत्येंद्र जैन ने कहा कि इसकी समीक्षा की जाएगी क्योंकि कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बावजूद अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या कम है. मौजूदा स्थिति के मद्देनजर बच्चों के लिए 3 हजार से अधिक बिस्तर तैयार किए गए हैं.

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स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, दिल्ली में शनिवार को संक्रमण के 2,716 नए मामले सामने आए और एक व्यक्ति की मौत हो गई. वहीं संक्रमण दर बढ़कर 3.64 प्रतिशत हो गई. आम आदमी पार्टी के नेता ने कहा, रोकथाम इलाज से बेहतर होता है और लोगों को हर समय खुद को सुरक्षित रखने की जरूरत है. जब भी हम अपने घरों से बाहर जा रहे हों तो हर समय मास्क पहनना हमारी जिम्मेदारी होनी चाहिए, इससे हमें कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में मदद मिलेगी. उन्होंने जोर दिया कि राजधानी 15-18 आयु वर्ग के बच्चों को कोरोना वायरस रोधी टीका लगाने के लिए पूरी तरह से तैयार है. इस आयुवर्ग के लिए टीकाकरण तीन जनवरी से शुरू होना है.

दिल्ली में एक दिन में तीन लाख लोगों को टीका लगाने के लिए उपयुक्त और पर्याप्त बुनियादी ढांचा और टीकाकरण केंद्र हैं. दिल्ली सरकार 15-18 वर्ष आयुवर्ग के बच्चों का वैक्सीनेशन के लिए पूरी तरह से तैयार है. हमारे पास दिल्ली के लोगों की टीकाकरण के लिए बूस्टर (एहतियाती) खुराक का पूरा भंडार उपलब्ध है. मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए बच्चों के लिए 3,000 से अधिक बिस्तर पहले ही तैयार किए जा चुके हैं.

केंद्र ने 15-18 वर्ष के बीच के बच्चों के कोविड-19 रोधी टीकाकरण और हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर और 60 वर्ष से अधिक आयु के अन्य बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों के लिए एहतियाती खुराक के लिए और 15-18 आयु वर्ग के लोगों के लिए टीके का विकल्प केवल कोवैक्सीन होगा. स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों, फ्रंटलाइन के कर्मियों और अन्य बीमारियों से पीड़ित 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए एहतियाती खुराक के साथ टीकाकरण 10 जनवरी से शुरू होना है.

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