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This Article is From Jul 20, 2015

15 बच्चों के रेपिस्ट और हत्यारे को न दुख, न पछतावा, बोला- पुलिस न पकड़ती तो और रेप करता

15 बच्चों के रेपिस्ट और हत्यारे को न दुख, न पछतावा, बोला- पुलिस न पकड़ती तो और रेप करता
24 साल का रविंद्र बच्चों को करता था टारगेट
नई दिल्ली: पंद्रह छोटे बच्चों और बच्चियों का रेप और हत्या करने वाले 24 साल के रविंद्र कुमार को अपने किए का कोई अफसोस नहीं है। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद NDTV से उसने कहा कि उसने जो कुछ किया, शराब के नशे में किया और यदि वह पकड़ा नहीं जाता तो वह बच्चों को निशाना बनाना जारी रखता।

NDTV से उसने कहा, 'मैं शराब पीकर यह अपराध किया करता था... मुझे बुरा तो लगता था लेकिन मैं जब भी दोबारा पीता, मैं यही सब फिर से करता।' मूल रूप से बदांयू का लेकिन यहां दिल्ली में कराला इलाके में रह रहा रविंद्र बोला, 'अगर मैं भी पिता होता तो कड़ी से कड़ी सजा की मांग करता।'

इस घटना के बाद पुलिस ने दबोचा...

बेगमपुर इलाके की जैन कॉलोनी से 14 जुलाई को छह साल की एक बच्ची अगवा हो गई थी। चार दिन बाद पुलिस को इलाके की एक खाली इमारत से बच्ची का शव मिला। बच्ची की रेप के बाद हत्या की गई थी। पुलिस ने जब मौका-ए-वारदात की जांच की तो पता चला कि वहां एक ड्राइविंग लाइसेंस और कुछ दूसरे दस्तावेज हैं। ड्राइविंग लाइसेंस सनी के नाम था, पुलिस ने जब सनी की तलाश शुरू की तो पता चला वो एक अस्पताल में भर्ती है।

पुलिस ने जब सनी से पूछताछ की तो पता चला कि कंझावला इलाके में कुछ दिन पहले उसके दोस्त रविंद्र ने अपने 2 साथियों के साथ मिलकर सनी की पिटाई कर दी और उसकी मोटरसाइकिल, पर्स और रुपये छीन लिए थे। उसी पर्स में सनी का ड्राइविंग लाइसेंस था जो रविंद्र जानबूझकर बेगमपुर में छोड़ गया, जिससे बच्ची की हत्या और रेप का आरोप सनी पर लगे। सनी से पूछताछ के आधार पर पुलिस आरोपी रविंद्र तक पहुंची।
रविंद्र पेशे से बस कंडक्टर..

पेशे से बस कंडक्टर रविंद्र बदांयू और अलीगढ़ में कई वारदात करने के बाद दिल्ली आ गया और फिर उसने दिल्ली-एनसीआर में कई वारदातों को अंजाम दिया। रविंद्र से पुलिस की पूछताछ में जो कुछ सामने आया वो चौंकाने वाला है। अलीगढ़ के रहने वाले रविंद्र ने बताया कि वह 2009 से इस तरह की वारदातों को अंजाम दे रहा है और ये वारदातें दिल्ली के अलावा हरियाणा और यूपी में की गई हैं।

चॉकलेट के बहाने बच्चों को पास बुलाता था..

बाहरी दिल्ली के डीसीपी विक्रमजीत सिंह ने बताया कि आरोपी ने 15 बच्चों को टारगेट किया और सभी के साथ बलात्कार/कुकर्म किया। इसने 11 बच्चों की हत्या की बात कबूल की है। ये बच्चों को चॉकलेट या पैसे देने के बहाने बुलाता था और फिर उनके साथ 'गलत काम' करता था और उसके बाद उनकी हत्या कर देता था।

दिमागी रूप से ठीक है रविंद्र...

पिछली 14 वारदातों में इसने कोई सबूत नहीं छोड़ा था। आरोपी दिमागी रूप से ठीक है, लेकिन वह नशे का आदी है। इसके गुनाहों में किसी अन्य के शामिल होने की बात सामने नहीं आई है।

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