पाकिस्तान समर्थक हैकर शाहिद और आदिल को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
नई दिल्ली:
दिल्ली पुलिस ने दो पाक समर्थक हैकरों गिरफ्तार किया है. उन पर करीब 500 भारतीय बेवसाइटों में सेंध लगाने का आरोप है. पुलिस की विशेष शाखा उनसे पूछताछ कर रही है. दोनों कश्मीरी हैकरों को पंजाब से गिरफ्तार किया गया.
विशेष पुलिस उपायुक्त (विशेष इकाई) पीएस कुशवाह ने बताया कि 500 से ज्यादा भारतीय वेबसाइट हैक करने का दावा करने वाले हैकरों की पहचान 28 वर्षीय शाहिद माला और 20 वर्षीय आदिल हुसैन तेली के रूप में हुई है. एक गुप्त सूचना के आधार पर 26 और 27 अप्रैल की दरमियानी रात में पंजाब के दो स्थानों में मारे गए छापे के दौरान दोनों की गिरफ्तारी हुई.
उन्होंने बताया , “उनकी ऑनलाइन गतिविधियों और प्रथम दृष्टया मिली चीजों से पता चला है कि वह दोनों देशद्रोही हैकिंग समूह ‘टीम हैकर्स थर्ड आई’ का हिस्सा थे और इन्होंने 500 से ज्यादा भारतीय वेबसाइटों को हैक करने का दावा किया था. यह दोनों कश्मीरी युवाओं को सरकार द्वारा लगाए गए सोशल मीडिया प्रतिबंध को वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) के जरिए तोड़कर नेट का इस्तेमाल सिखाने में भी अप्रैल-मई 2017 के बीच में शामिल थे.
अधिकारी ने बताया कि यह दोनों पाकिस्तान के वैसे हैकरों के संपर्क में थे, जो भारत विरोधी गतिविधियां करते हैं. ऐसा माना जाता है कि इन हैकरों की सहायता पाकिस्तानी इंटेलिजेंस एजेंसी कर रही है. डीसीपी ने बताया कि इन दोनों ने भारत विरोधी पोस्ट डाले थे. इन दोनों के पास से बरामद लैपटॉप, मोबाइल फोन, सिम कार्ड, इंटरनेट डोंगल और मेमोरी डिवाइस की जांच दिल्ली पुलिस करेगी.
विशेष पुलिस उपायुक्त (विशेष इकाई) पीएस कुशवाह ने बताया कि 500 से ज्यादा भारतीय वेबसाइट हैक करने का दावा करने वाले हैकरों की पहचान 28 वर्षीय शाहिद माला और 20 वर्षीय आदिल हुसैन तेली के रूप में हुई है. एक गुप्त सूचना के आधार पर 26 और 27 अप्रैल की दरमियानी रात में पंजाब के दो स्थानों में मारे गए छापे के दौरान दोनों की गिरफ्तारी हुई.
उन्होंने बताया , “उनकी ऑनलाइन गतिविधियों और प्रथम दृष्टया मिली चीजों से पता चला है कि वह दोनों देशद्रोही हैकिंग समूह ‘टीम हैकर्स थर्ड आई’ का हिस्सा थे और इन्होंने 500 से ज्यादा भारतीय वेबसाइटों को हैक करने का दावा किया था. यह दोनों कश्मीरी युवाओं को सरकार द्वारा लगाए गए सोशल मीडिया प्रतिबंध को वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) के जरिए तोड़कर नेट का इस्तेमाल सिखाने में भी अप्रैल-मई 2017 के बीच में शामिल थे.
अधिकारी ने बताया कि यह दोनों पाकिस्तान के वैसे हैकरों के संपर्क में थे, जो भारत विरोधी गतिविधियां करते हैं. ऐसा माना जाता है कि इन हैकरों की सहायता पाकिस्तानी इंटेलिजेंस एजेंसी कर रही है. डीसीपी ने बताया कि इन दोनों ने भारत विरोधी पोस्ट डाले थे. इन दोनों के पास से बरामद लैपटॉप, मोबाइल फोन, सिम कार्ड, इंटरनेट डोंगल और मेमोरी डिवाइस की जांच दिल्ली पुलिस करेगी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं