दिल्ली हाईकोर्ट ने आज दिल्ली विश्वविद्यालय के चार वर्षीय स्नातक कार्यक्रम (एफवाईयूपी) से जुड़ी दो याचिकाओं पर तुरंत सुनवाई से इनकार कर दिया। इनमें से एक याचिका एफवाईयूपी को लागू करने के लिए और दूसरी इसके खिलाफ दायर की गई है।
ये याचिकाएं न्यायमूर्ति प्रतिभा रानी और न्यायमूर्ति वी कामेश्वर राव की अवकाशकालीन पीठ के समक्ष लाई गई थीं, जिसने कहा, इस मामले को प्रभावी सुनवाई की जरूरत है, जिसे किसी अवकाशकालीन पीठ द्वारा नहीं किया जा सकता। इस पर जुलाई में रोस्टर पीठ द्वारा सुनवाई की जाएगी।
पीठ ने कहा, हम स्थिति को समझते हैं। प्रवेश प्रभावित नहीं होंगे। बस कुछ दिनों की देरी होगी। मामले की सुनवाई जुलाई में की जाएगी। पीठ ने यह भी कहा कि न्यायाधीश राव मामले की सुनवाई नहीं करना चाहते, इसलिए इसे याचिकाकर्ताओं के अनुरोध के मुताबिक 27 जून के लिए सूचीबद्ध नहीं किया जा सकता।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं