
उत्तर बिहार के बड़े अस्पतालों में शुमार दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (डीएमसीएच) के आइसोलेशन वार्ड में पिछले 18 घंटे से कोरोना संक्रमित का शव के होने से वहां मौजूद अन्य पॉजिटिव में दहशत में जी रहे हैं. आइसोलेशन वार्ड में भर्ती एक मरीज का कहना है कि वार्ड में एक शव पिछले 18 घंटे से पड़ा है लेकिन अब तक उसे ले जाने कोई नहीं आया है.
शव के साथ रहने को मजबूर आइसोलेशन वार्ड में रह रहे संक्रमितों का कहना है कि लगातार अस्पताल प्रबंधन को सूचित किये जाने के बावजूद कोई सुध लेने वाला है. संक्रमितों का कहना है कि वे कोरोना से मरे या नहीं मरे लेकिन यदि शव को शीघ्र नहीं हटाया गया तो नये संक्रमण से जरूर मर सकते हैं. अन्य संक्रमित उस समय को कोस रहे हैं जब उन्होंने डीएमसीएच में भर्ती होने का निर्णय लिया था.
यह काफी आश्चर्यजनक है कि अस्पताल में शव को रखने के लिए कोई शव गृह नहीं है. पूर्व के कई अस्पताल अधीक्षक समेत वर्तमान अधीक्षक ने भी कई बार शव गृह बनाने के लिए जिला स्वास्थ्य समिति एवं बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति एवं स्वास्थ्य विभाग को लिखा लेकिन अब तक इस दिशा में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है.
उल्लेखनीय है कि कोविड-19 कोरोना की रोकथाम के लिए डीएमसीएच समेत राज्य के विभिन्न जिलों के प्रमुख मेडिकल कॉलेज में की गई व्यवस्था का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को ऑनलाइन अवलोकन किया है.
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