दाऊद इब्राहिम (फाइल फोटो)
मुंंबई:
एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार ने आज कहा कि वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के आत्मसमर्पण की इच्छा को लेकर उनसे संपर्क किया था, लेकिन इसके लिए रखी गई शर्तें राज्य सरकार को मंजूर नहीं थीं।
यह पेशकश 1990 के दशक में पवार के मुख्यमंत्री पद के कार्यकाल के दौरान की गई थी। (जेठमलानी बोले, भारत लौटना चाहता था दाऊद)
शरद पवार ने संवाददाताओं से कहा, 'यह सच है कि राम जेठमलानी ने दाऊद के लौटने की इच्छा के बारे में प्रस्ताव दिया था। लेकिन शर्त थी कि दाऊद को जेल में नहीं रखा जाएगा। बल्कि उसे घर में रहने की इजाजत दी जाएगी। यह स्वीकार्य नहीं था। हमने कहा कि उसे कानून का सामना करना होगा।'
पूर्व केंद्रीय मंत्री से जेठमलानी के बयान के बारे में पूछा गया था कि 1993 मुंबई सिलसिलेवार बम धमाकों के मुख्य आरोपी दाऊद भारतीय अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण करना चाहता था, लेकिन राज्य में कांग्रेस सरकार के मुखिया तत्कालीन मुख्यमंत्री पवार ने उसकी पेशकश ठुकरा दी थी।
यह पेशकश 1990 के दशक में पवार के मुख्यमंत्री पद के कार्यकाल के दौरान की गई थी। (जेठमलानी बोले, भारत लौटना चाहता था दाऊद)
शरद पवार ने संवाददाताओं से कहा, 'यह सच है कि राम जेठमलानी ने दाऊद के लौटने की इच्छा के बारे में प्रस्ताव दिया था। लेकिन शर्त थी कि दाऊद को जेल में नहीं रखा जाएगा। बल्कि उसे घर में रहने की इजाजत दी जाएगी। यह स्वीकार्य नहीं था। हमने कहा कि उसे कानून का सामना करना होगा।'
पूर्व केंद्रीय मंत्री से जेठमलानी के बयान के बारे में पूछा गया था कि 1993 मुंबई सिलसिलेवार बम धमाकों के मुख्य आरोपी दाऊद भारतीय अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण करना चाहता था, लेकिन राज्य में कांग्रेस सरकार के मुखिया तत्कालीन मुख्यमंत्री पवार ने उसकी पेशकश ठुकरा दी थी।
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