झाबुआ:
मध्य प्रदेश में झाबुआ जिले के पेटलावद कस्बा स्थित एक इमारत में भारी मात्रा में रखे खनन विस्फोटकों में शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे हुए विस्फोट में 90 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और करीब 100 अन्य घायल हो गए।
अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट सुबह साढ़े आठ बजे हुआ, जिसमें कम से कम दो इमारतें पूरी तरह से ध्वस्त हो गईं और कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए। विकास खंड चिकित्सा अधिकारी उर्मिला चोयल ने बताया, 'विस्फोट में 89 लोग मारे गए हैं।' राजेंद्र कसावा की इमारत में विस्फोट हुआ जिनके पास चट्टानी इलाकों में कुएं खोदने के लिए विस्फोटक सामग्री रखने का लाइसेंस है।
कसावा ने जिलेटिन की छड़ों सहित भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री आवासीय इमारत में रखी थी जिसमें दो दुकानें भी थी। यह नया बस स्टैंड इलाके में सेठिया रेस्तरां के करीब स्थित है। रेस्तरां पास होने के चलते काफी संख्या में दिहाड़ी मजदूर बैठे हुए थे तभी विस्फोट हो गया।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि रेस्तरां के अंदर काफी लोग थे जो इलाके में एक बड़ा भोजनालय है। नरसिंह (42) नाम के एक घायल व्यक्ति ने बताया कि विस्फोट के बाद उसकी चपेट में आए बहुत से लोगों के शरीर के हिस्से इलाके में बिखरे पड़े थे। खासतौर पर दोपहिया वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए।
विस्फोट के प्रभाव के चलते विस्फोटक सामग्री वाली दो मंजिला इमारत ढह गई जिसमें काफी संख्या में लोग फंस गए। राज्य के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने कहा कि हादसे की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया गया है। वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख और घायलों को पचास-पचास हजार रुपये की मदद का ऐलान किया है।
मुख्य मेडिकल अधिकारी अरुण शर्मा ने बताया, 'हमने अब तक 60 शवों का पोस्टमार्टम किया है। शेष शव पोस्टमार्टम के लिए परिसर में पड़े हुए हैं।' एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि रेस्तरां के आसपास बड़ी संख्या में दिहाड़ी मजदूर काम की तलाश में सुबह के समय बैठते हैं। इनके अलावा गुजरात जा रहे कुछ लोग भी होटल के पास चाय और नाश्ते के लिए खड़े थे। उनमें से ज्यादातर लोग मारे गए या घायल हो गए।
झाबुआ जिला अस्पताल में बलराम नाम के एक घायल मजदूर ने बताया कि शुरू में उन्होंने एक मकान से पटाखों की आवाज सुनी, जिसके भूतल पर दो दुकानें भी थी। बाद में जब कुछ लोगों ने शटर खोला तो एक जबरदस्त विस्फोट हुआ, जिसके चलते लोग बचने के लिए भागने लगे।
इससे पहले पुलिस ने बताया था कि रेस्तरां में रखे रसोई गैस सिलेंडर में विस्फोट हुआ। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि हादसे में लगभग 100 लोग घायल हुए हैं। गंभीर रूप से कुछ घायलों का रतलाम और इंदौर के अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने बताया, 'मैं अधिकारियों के लगातार संपर्क में हूं। घटना दुखद है और मुझे हिलाकर रख दिया है। विस्फोट के कारणों की जांच की जाएगी। पुलिस अधीक्षक जीजी पांडे सहित झाबुआ से वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा राज्य आदिवासी कल्याण मंत्री अंतर सिंह आर्य भी मौके पर पहुंच गए।
बचाव कार्य में मदद के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की एक टीम भी रवाना की गई है। एनडीआरएफ के महानिदेशक ओपी सिंह ने दिल्ली में बताया कि गुजरात के वड़ोदरा से उपकरणों से लैस एक टीम घटना स्थल पर भेजी गई है। यह टीम स्थानीय प्रशासन को राहत कार्य में मदद करेगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी आज विस्फोट में लोगों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया। पीएम मोदी ने ट्विटर पर अपनी टिप्पणी में कहा, 'झाबुआ में सिलेंडर विस्फोट हादसे में लोगों के मारे जाने पर अत्यधिक पीड़ा हुई है। मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।' उन्होंने कहा, 'जो लोग घायल हुए हैं उन सभी के जल्द स्वस्थ्य होने की कामना करता हूं। मध्य प्रदेश सरकार स्थिति पर गहराई से निगरानी कर रही है।'
अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट सुबह साढ़े आठ बजे हुआ, जिसमें कम से कम दो इमारतें पूरी तरह से ध्वस्त हो गईं और कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए। विकास खंड चिकित्सा अधिकारी उर्मिला चोयल ने बताया, 'विस्फोट में 89 लोग मारे गए हैं।' राजेंद्र कसावा की इमारत में विस्फोट हुआ जिनके पास चट्टानी इलाकों में कुएं खोदने के लिए विस्फोटक सामग्री रखने का लाइसेंस है।
कसावा ने जिलेटिन की छड़ों सहित भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री आवासीय इमारत में रखी थी जिसमें दो दुकानें भी थी। यह नया बस स्टैंड इलाके में सेठिया रेस्तरां के करीब स्थित है। रेस्तरां पास होने के चलते काफी संख्या में दिहाड़ी मजदूर बैठे हुए थे तभी विस्फोट हो गया।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि रेस्तरां के अंदर काफी लोग थे जो इलाके में एक बड़ा भोजनालय है। नरसिंह (42) नाम के एक घायल व्यक्ति ने बताया कि विस्फोट के बाद उसकी चपेट में आए बहुत से लोगों के शरीर के हिस्से इलाके में बिखरे पड़े थे। खासतौर पर दोपहिया वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए।
विस्फोट के प्रभाव के चलते विस्फोटक सामग्री वाली दो मंजिला इमारत ढह गई जिसमें काफी संख्या में लोग फंस गए। राज्य के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने कहा कि हादसे की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया गया है। वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख और घायलों को पचास-पचास हजार रुपये की मदद का ऐलान किया है।
मुख्य मेडिकल अधिकारी अरुण शर्मा ने बताया, 'हमने अब तक 60 शवों का पोस्टमार्टम किया है। शेष शव पोस्टमार्टम के लिए परिसर में पड़े हुए हैं।' एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि रेस्तरां के आसपास बड़ी संख्या में दिहाड़ी मजदूर काम की तलाश में सुबह के समय बैठते हैं। इनके अलावा गुजरात जा रहे कुछ लोग भी होटल के पास चाय और नाश्ते के लिए खड़े थे। उनमें से ज्यादातर लोग मारे गए या घायल हो गए।
झाबुआ जिला अस्पताल में बलराम नाम के एक घायल मजदूर ने बताया कि शुरू में उन्होंने एक मकान से पटाखों की आवाज सुनी, जिसके भूतल पर दो दुकानें भी थी। बाद में जब कुछ लोगों ने शटर खोला तो एक जबरदस्त विस्फोट हुआ, जिसके चलते लोग बचने के लिए भागने लगे।
इससे पहले पुलिस ने बताया था कि रेस्तरां में रखे रसोई गैस सिलेंडर में विस्फोट हुआ। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि हादसे में लगभग 100 लोग घायल हुए हैं। गंभीर रूप से कुछ घायलों का रतलाम और इंदौर के अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने बताया, 'मैं अधिकारियों के लगातार संपर्क में हूं। घटना दुखद है और मुझे हिलाकर रख दिया है। विस्फोट के कारणों की जांच की जाएगी। पुलिस अधीक्षक जीजी पांडे सहित झाबुआ से वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा राज्य आदिवासी कल्याण मंत्री अंतर सिंह आर्य भी मौके पर पहुंच गए।
बचाव कार्य में मदद के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की एक टीम भी रवाना की गई है। एनडीआरएफ के महानिदेशक ओपी सिंह ने दिल्ली में बताया कि गुजरात के वड़ोदरा से उपकरणों से लैस एक टीम घटना स्थल पर भेजी गई है। यह टीम स्थानीय प्रशासन को राहत कार्य में मदद करेगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी आज विस्फोट में लोगों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया। पीएम मोदी ने ट्विटर पर अपनी टिप्पणी में कहा, 'झाबुआ में सिलेंडर विस्फोट हादसे में लोगों के मारे जाने पर अत्यधिक पीड़ा हुई है। मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।' उन्होंने कहा, 'जो लोग घायल हुए हैं उन सभी के जल्द स्वस्थ्य होने की कामना करता हूं। मध्य प्रदेश सरकार स्थिति पर गहराई से निगरानी कर रही है।'
Extremely pained at the loss of lives due to the cylinder blast in Jhabua. My deepest condolences to the families of the deceased: PM
— PMO India (@PMOIndia) September 12, 2015
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