चक्रवात यास (Cyclone Yaas) आज ओडिशा (Odisha) तट से टकरा चुका है. लैंडफॉल प्रक्रिया दोपहर 2 बजे तक पूरी हो गई है. यहां तूफान धामरा बंदरगाह और बालासोर के बीच गुजरा और कई इलाकों को प्रभावित किया. चक्रवात यास को लेकर ओडिशा, बंगाल, झारखंड हाई अलर्ट पर हैं. ओडिशा के भद्रक और बंगाल के दीघा में तूफान का सबसे ज्यादा असर दिख रहा है. यहां सड़कों और घरों पर पानी भर गया है. राष्ट्रीय और राज्य की राहत बचाव टीमें रास्तों को साफ करने और जरूरी जगहों पर राहत पहुंचाने का काम कर रही हैं.
चक्रवात की गंभीरता को देखते हुए कोलकाता एयरपोर्ट से सभी उड़ानों को निलंबित कर दिया गया है. कोलकाता एयरपोर्ट की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक एयरपोर्ट से 26 मई की सुबह 8.30 बजे से शाम 7.45 बजे तक सभी उड़ानें निलंबित रहेंगी.
Here are the Live updates on Cyclone Yaas in Hindi :
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, सरकार ने बुधवार को कहा कि चक्रवाती तूफ़ान 'यास' से दूरसंचार ढांचे को मामूली नुकसान हुआ है तथा नुकसान को कम करने के लिए लोगों को पहली बार स्थानीय भाषाओं में संदेश देने के लिये नेटवर्क का व्यापक तौर पर इस्तेमाल किया गया. दूरसंचार सचिव अंशु प्रकाश ने कहा कि यास चक्रवात के बारे में लोगों को अवगत कराने के लिए स्थानीय भाषाओं में पहली बार ऑडियो संदेश के जरिये सतर्क किया गया.
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को बताया कि चक्रवात 'यास' के कारण मौसम संबंधी प्रतिकूल परिस्थितियों की वजह से राज्य में कम से कम एक करोड़ लोग प्रभावित हुए और तीन लाख मकान क्षतिग्रस्त हुए.
ओडिशा के भद्रक जिले के धामरा में तेज हवाएं और भारी बारिश हो रही है, क्योंकि चक्रवाती यास लैंडफॉल के करीब है. आईएमडी का कहना है कि 'बहुत भीषण चक्रवाती तूफान' आज दोपहर तक 130-140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा के साथ लैंडफॉल बनाने की उम्मीद है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, ओडिशा के भद्रक, जगतसिंहपुर, कटक, बालासोर, ढेंकनाल, जाजपुर, मयूरभंज, केंद्रपाड़ा और क्योंझरगढ़ में कुछ स्थानों पर भारी और अधिकांश स्थानों पर मध्यम बारिश की उम्मीद है.
पश्चिम बंगाल के पूर्व मिदनापुर जिले के दीघा में समुद्र में तेज लहरें उठ रही हैं.
चक्रवाती तूफान यास के मद्देनजर ओडिशा के जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर जिले के सबसे ज्यादा प्रभावित होने की संभावना है. वहीं, बंगाल में पश्चिम मिदनापुर, उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों और राज्य की राजधानी कोलकाता में 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है.
ओडिशा में लैंडफॉल से पहले भद्रक जिले में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश
ओडिशा में करीब 30 लाख और बंगाल में करीब 50 लाख लोगों को उनके घरों से निकालकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया है. अधिकारियों ने कहा कि सामाजिक दूरी बनाए रखते हुए उन्हें सुरक्षित आवास उपलब्ध कराना एक चुनौती है. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने तटीय जिलों में स्थिति का जायजा लिया, जहां तेज हवाओं के साथ भारी बारिश शुरू हो गई है. उन्होंने कहा, "हर जीवन अनमोल है, इसलिए जीवन की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाए जाने चाहिए."
चक्रवात यास के खतरे को देखते हुए स्थानीय प्रशासन बंगाल और ओडिशा के निचले तटीय क्षेत्रों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा रही है. गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों को जिला प्रशासन की मदद से सरकारी अस्पतालों, समुदायिक केंद्रों में शिफ्ट किया जा रहा है. ताकि उनकी देखभाल की जा सके. वहीं, मछुआरों को निर्देश दिया गया है कि अपने नावों को सुरक्षित स्थानों पर रख लें.