बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) और अंडमान सागर (Andaman Sea) पर चक्रवाती तूफान आसनी (Cyclone Asani) का खतरा बना हुआ है. दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर पर कल निम्न दबाव का क्षेत्र बन गया था, जिसके अगले 24 घंटों के दौरान अधिक तीव्र होने की संभावना है. इसके चलते कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है. साथ ही कई इलाकों में बहुत तेज हवाएं चल सकती हैं. चक्रवात आसनी को लेकर मौसम विभाग लगातार नजर बनाए हुए है.
मौसम विभाग के मुताबिक, 20 मार्च को अंडमान निकोबार द्वीप पर ज्यादातर जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बारिश हो सकती है. साथ ही कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश और चुनिंदा स्थानों पर बहुत भारी बारिश हो सकती है.
वहीं 21 मार्च को अंडमान द्वीप की ज्यादातर जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बारिश हो सकती है. वहीं द्वीप के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी और कुछ हिस्सों में बहुत भारी बारिश हो सकती है. वहीं निकोबार द्वीप के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बारिश हो सकती है.
साथ ही मौसम विभाग का अनुमान है कि आज शाम तक हवा की रफ्तार 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है जो कि 65 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. वहीं कल हवा की रफ्तार 55-65 किमी प्रति घंटे से चल सकती है और यह 85 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. जबकि 22 मार्च को भी हवा की तेज रफ्तार चल सकती है.
बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्व और अंडमान सागर से सटे दक्षिण में भारतीय तटरक्षक के जहाज और विमान समुद्र में मौजूद नाविकों और मछुआरों को मौसम को लेकर चेतावनी दे रहे हैं. इससे पहले शनिवार को बंगाल की खाड़ी के ऊपर साल के पहले चक्रवात आसनी को लेकर अंडमान और निकोबार द्वीप प्रशासन ने मछुआरों के लिए एडवाइजरी जारी कर 19 से 22 मार्च के मध्य समुद्र में न जाने की अपील की थी.
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए तैयारियां जारी
राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान एजेंसी की ओर से 17 मार्च को ट्वीट किया गया. इस ट्वीट में लिखा, "दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों पर कम दबाव का क्षेत्र 20 मार्च की सुबह तक तीव्र दबाव और 21 मार्च को एक चक्रवाती तूफान में बदल सकता है. यह उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ते हुए 22 मार्च को बांग्लादेश-उत्तर म्यांमार तटों तक पहुंच सकता है."
पूर्वानुमान के मद्देनजर, अंडमान निकोबार द्वीप प्रशासन ने आपातकालीन नियंत्रण कक्ष को सक्रिय कर दिया है. मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण ने शुक्रवार को चक्रवात आसनी से निपटने के लिए केंद्र शासित प्रदेश स्तर की तैयारियों की समीक्षा की. सभी अधिकारियों को नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने का निर्देश दिया गया है.
चक्रवात आसनी का खतरा: नाविकों, मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी
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