प्रतीकात्मक चित्र
नई दिल्ली:
बीएसएफ और आर्मी के बाद अब एयरफोर्स में भी आईएसआई ने अपनी सेंध लगा दी है और वो भी साइबर हनी ट्रैप के जरिये। दिल्ली पुलिस ने जासूसी के आरोप में एयरफोर्स के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है।
एयरफोर्स में बतौर लीडिंग एयरक्राफ्ट मैन के पद पर तैनात केके रंजीत को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पंजाब के बठिंडा से गिरफ्तार किया है। मूलरूप से केरल के रहने वाले रंजीत पर आरोप है कि वो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी कर रहा था।
पुलिस के मुताबिक रंजीत हनी ट्रैप के जरिये आईएसआई के जाल में फंसा। उस पर 4 महीने से नजर रखी जा रही थी। क्राइम ब्रांच के ज्वाइंट कमिश्नर रविंद्र यादव के मुताबिक रंजीत एयरफोर्स की तैनाती, एयरक्राफ्ट के परिचालन के अलावा कई और खुफिया जानकारियां आईएसआई तक भेज रहा था और इसके जरिये उसके बैंक अकाउंट में पैसे भी भेजे जा रहे थे।
पुलिस के मुताबिक आईएसआई साइबर हनी ट्रैप के जरिये अपना जाल बिछा रही है। रंजीत पहले दामिनि मेकनॉट नाम की एक महिला के फेसबुक प्रोफाइल से जुड़ा। फेसबुक पर बातचीत के दौरान महिला ने खुद को बिट्रिश पत्रकार बताया और रंजीत से इसी बहाने कई जानकारियां ली। उसके बाद दोनों इटरनेट के जरिये बात करने लगे।
रंजीत को अपने झांसे में फंसाने के लिए महिला बिट्रिश लहजे में बात करती थी। एयरफोर्स में 2010 में भर्ती हुए रंजीत को बर्खास्त कर दिया गया है। पुलिस के मुताबिक आईएसआई हनी ट्रैप के जाल में रंजीत जैसे और भी कई लोग हो सकते हैं, जिसकी जांच चल रही है।
एयरफोर्स में बतौर लीडिंग एयरक्राफ्ट मैन के पद पर तैनात केके रंजीत को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पंजाब के बठिंडा से गिरफ्तार किया है। मूलरूप से केरल के रहने वाले रंजीत पर आरोप है कि वो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी कर रहा था।
पुलिस के मुताबिक रंजीत हनी ट्रैप के जरिये आईएसआई के जाल में फंसा। उस पर 4 महीने से नजर रखी जा रही थी। क्राइम ब्रांच के ज्वाइंट कमिश्नर रविंद्र यादव के मुताबिक रंजीत एयरफोर्स की तैनाती, एयरक्राफ्ट के परिचालन के अलावा कई और खुफिया जानकारियां आईएसआई तक भेज रहा था और इसके जरिये उसके बैंक अकाउंट में पैसे भी भेजे जा रहे थे।
पुलिस के मुताबिक आईएसआई साइबर हनी ट्रैप के जरिये अपना जाल बिछा रही है। रंजीत पहले दामिनि मेकनॉट नाम की एक महिला के फेसबुक प्रोफाइल से जुड़ा। फेसबुक पर बातचीत के दौरान महिला ने खुद को बिट्रिश पत्रकार बताया और रंजीत से इसी बहाने कई जानकारियां ली। उसके बाद दोनों इटरनेट के जरिये बात करने लगे।
रंजीत को अपने झांसे में फंसाने के लिए महिला बिट्रिश लहजे में बात करती थी। एयरफोर्स में 2010 में भर्ती हुए रंजीत को बर्खास्त कर दिया गया है। पुलिस के मुताबिक आईएसआई हनी ट्रैप के जाल में रंजीत जैसे और भी कई लोग हो सकते हैं, जिसकी जांच चल रही है।
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