CWC Meeting Update: कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक में अध्यक्ष पद छोड़ने की पेशकश की, जिसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पार्टी के कई नेताओं ने उनसे पद पर बने रहने का आग्रह किया. सूत्रों के अनुसार, CWC की बैठक आरंभ होने के बाद सोनिया कहा कि वह अंतरिम अध्यक्ष के तौर अब काम नहीं करना चाहती हैं. एक सूत्र ने कहा कि इसके बाद मनमोहन सिंह और कुछ अन्य नेताओं ने उनसे आग्रह किया कि वह पद पर बनी रहें. वहीं मीटिंग में राहुल गांधी के एक कथित बयान पर जमकर हंगामा हुआ. कपिल सिब्बल की ने खुले तौर पर नाराजगी जाहिर की. हालांकि उन्होंने कुछ देर बाद अपना ट्वीट वापस ले लिया.
कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की सोमवार को सात घंटे तक चली मैराथन बैठक के बाद तय हुआ है कि फिलहाल सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी. नेतृत्व के मुद्दे पर कांग्रेस के दो खेमों में बंट जाने की स्थिति बनने के बीच पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई CWC की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुई. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि जो हुआ उससे वह आहत जरूर हैं लेकिन, सभी लोगों से मिलकर काम करने का आह्वान किया है.
कांग्रेस कार्य समिति (CWC) ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) द्वारा महासचिव (संगठन) को लिखे गए पत्र एवं कुछ कांग्रेस (Congress) नेताओं द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष को लिखे हुए पत्र का संज्ञान लिया है. सीडब्लूसी ने इन पत्रों पर गहन विचार विमर्श किया एवं विस्तृत चर्चा के बाद निष्कर्ष निकाले. सीडब्लूसी ने एकमत से सोनिया गांधी से निवेदन किया है कि कोरोना काल में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अगले अधिवेशन के बुलाए जाने तक वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष के गरिमामय पद पर नेतृत्व करें.
सोनिया गांधी फिलहाल कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी और अगले 6 महीने में पार्टी का नया अध्यक्ष चुना जाएगा. 7 घंटे तक चली कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में ये फैसला हुआ : सूत्र
झारखंड प्रदेश कांग्रेस ने पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से पद पर बने रहने का अनुरोध करते हुए सोमवार को कहा कि उनके नेतृत्व के कारण पार्टी में स्थिरता है. प्रदेश कांग्रेस का कहना है कि अगर सोनिया के लिए पद छोड़ना इतना आवश्यक है तो ऐसे में पद के लिए राहुल गांधी सबसे उपयुक्त नेता हैं. साथ ही उन्होंने पार्टी नेतृत्व सहित संगठन में परिवर्तन की मांग करने वाले पार्टी के कुछ नेताओं के पत्र को अनावश्यक बताया.
गुलाम नबी आजाद ने NDTV से कहा, मैंने राहुल गांधी या सोनिया गांधी की वजह से इस्तीफे की पेशकश नहीं की थी बल्कि कुछ अन्य नेताओं की वजह से की थी. उन्होंने बताया कि पार्टी के कुछ नेता BJP के साथ मिली भगत का आरोप लगा रहे थे जबकि उन्हें पूरा मामला तक नहीं पता था. गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मुझे राहुल गांधी और सोनिया गांधी से कोई परेशानी नहीं है.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोनिया गांधी से अध्यक्ष बने रहने का आग्रह किया.
Delhi: Congress workers raise slogans outside AICC office, demanding that Party President should be from Gandhi family.
- ANI (@ANI) August 24, 2020
Congress worker Jagdish Sharma says, "We want Party President from Gandhi family only. Party will be destroyed & break away if any outsider is made President." pic.twitter.com/b5HzTptuhJ