क्रूज शिप ड्रग्स पार्टी केस में गिरफ्तार आर्यन खान (Aryan Khan Case) को छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपये की डीलिंग का खुलासा NCB के ही एक गवाह प्रभाकर साइल (Prabhakar Sail) ने किया है. प्रभाकर साइल ने बताया है कि किरण गोसावी और पूजा ददलानी के बीच की अहम कड़ी सैम डिसूजा था. सैम डिसूजा, जो अब तक अंडर ग्राउंड था, ने NDTV को बताया कि उसका नाम सामने आने के बाद से वह दिल्ली में था. वहां NCB की विजिलेंस टीम ने उसका बयान दर्ज किया और अब सोमवार को वह मुंबई SIT के पास बयान दर्ज कराने जा रहा है.
सैम डिसूजा ने बताया कि एक अक्टूबर की रात सुनील पाटिल, जो एक पॉवर ब्रोकर है, ने फोन करके उसका गोसावी से संपर्क करवाया और NCB में संपर्क निकालने के लिए कहा. उसके बाद सैम ने NCB के अधिकारी वीवी सिंह से फोन पर बात की. वीवी सिंह ने टिप मिलने के बाद गोसावी को मिलने बुलाया. उसके बाद गोसावी और भानुशाली मिलने गए. उसके बाद क्रूज पर रेड हुई और सबको पकड़कर NCB दफ़्तर लाया गया. लेकिन उसने सिर्फ मिलवाया था उसके बाद उसका कोई रोल नहीं था.
सैम के मुताबिक दो अक्टूबर की रात फिर सुनील पाटिल का फोन आया और उसने बताया कि गोसावी से सम्पर्क नहीं हो पा रहा है. सुनील पाटिल ने गोसावी से मिलने के लिए कहा. उसके बाद रात में गोसावी और उसकी मुलाकात NCB दफ़्तर के पास हुई. तब गोसावी ने बताया कि आर्यन खान भी गिरफ्तार हुआ है. शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी से बात करनी है. सैम ने कहा कि उसने कोशिश की लेकिन कोई संपर्क नहीं निकला. फिर कुछ देर बाद गोसावी ने बताया कि आर्यन खान के पास से कोई ड्रग्स नहीं मिला है तो हम उसकी मदद कर सकते हैं. उसने फिर से पूजा ददलानी का संपर्क निकालने के लिए कहा. थोड़ी कोशिश के बाद इस बार सैम कामयाव हो गया. सैम ने उसका नाम बताने से इनकार किया जिसके जरिए संपर्क हुआ.
सैम ने बताया कि बाद में उसने दोनों की परेल में मुलाकाल करवाई लेकिन उनमें क्या बात हुई ये पता नहीं. सैम ने किरण गोसावी और उसके बीच फोन पर 25 करोड़ की डील 18 करोड़ में फाइनल करने और उसमे से 8 करोड़ समीर वानखेड़े को देने की बातचीत से इनकार किया.
सैम का कहना है कि गोसावी ने अपने फोन में प्रभाकर साइल का नंबर SW2 नाम से सेव कर रखा था. उसकी गाड़ी में पुलिस का बोर्ड था और खुद को वह NCB का अफसर बता रहा था. उसने कहा कि ये सब गोसावी, सुनील पाटिल ने मिलकर वसूली का कांड किया था. उसका उसमें कोई रोल नहीं था, अगर होता तो बातचीत में उसके हिस्से का भी जिक्र होता.
ये पूछने पर कि फिर 50 लाख जो एडवांस दिया गया था वो वापस आप क्यों लेने गए? सैम ने कहा कि ''सुनील पाटिल ने उसे बोला कि गोसावी ने 50 लाख रुपये ले लिए हैं. तब मैं शॉक हो गया. उसने कहा कि पाटिल ने प्रभाकर से मुझे पैसे लेने को कहा जो मैंने LIC बिल्डिंग के सामने लिए, फिर जिस तक पहुंचाना था उसे पंहुचा दिया. उसमें मेरा कोई रोल नहीं है.''
सैम ने ये भी बताया कि भानुशाली और गोसावी उसके जरिए दो अक्टूबर को पहली बार NCB से मिले उसके पहले NCB उन दोनों को नहीं जानती थी, इसलिए आर्यन को फंसाने के लिए किया गया ये सब गलत है. सैम ने पैसों की डील का ठीकरा भी गोसावी, भानुशाली और सुनील पाटिल पर फोड़ा. उसने कहा गोसावी प्रभाकर साइल का नम्बर SW2 के नाम से सेव किए है. उसकी समीर वानखेड़े से बातचीत हो रही है, ऐसा दिखा रहा था. सैम ने एक तरह से समीर वानखेड़े को क्लीन चिट देने की कोशिश भी की है.
सैम के वकील पंकज जाधव ने बताया कि ''सैम का नाम सामने आने के बाद ही हमने दो नवंबर को पुलिस में लिखित पत्र देकर प्रभाकर और गोसावी की शिकायत की लेकिन तब पुलिस ने कुछ नहीं किया. अब सोमवार को जाकर मुंबई SIT के सामने हम सब सच्चाई रखेंगे.''
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