
Covid-19 Pandemic: देश के महानगरों की बात करें तो मुंबई कोरोना वायरस संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था. मुंबई में भी अब कोरोना क़ाबू में आ रहा है, बृहनमुंबई म्युनिसिपल कार्पोरेशन यानी BMC ने यह दावा किया है. BMC ने 1 अक्टूबर से 1 नवंबर के बीच मुंबई में कोरोना की स्थिति का आंकलन किया है और निष्कर्ष निकाला है कि महानगर में कोरोना की ग्रोथ रेट, डबलिंग रेट, डेथ रेट सबमें सुधार हुआ है. 24 घंटों में 706 नए कोविड मरीज सामने आए हैं जो दो महीने में कोरोना के मामलों की सबसे कम संख्या है.
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आंकड़े दिखा रहे स्थिति में सुधार
BMC के मुताबिक़, एक माह में कोरोना के एक्टिव मामले में 29% की गिरावट आई है. 1 अक्टूबर को मुंबई में कोरोना की ग्रोथ रेट 1.06 प्रतिशत थी, जो अब गिरकर 0.41% पर आ गई है. इसी तरह, डबलिंग रेट एक महीने के भीतर करीब तीन गुना बढ़ गई है. यह पहले 66 दिन था, जो अब सुधरकर 171 दिन हो गया है. इसी तरह एक माह पहले मुंबई में कोरोना से मरने वालों की मृत्यु दर 4.4% थी, जो 3.9%हो चुकी है. यही नहीं, महानगर के अस्पतालों में गंभीर मरीज़ों की संख्या में 24% गिरावट आयी है.
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राहत भरे इन आंकड़ों के साथ-साथ, बीएमसी ने चेताया है कि दीवाली के बाद सर्दी के दौरान कोरोना की नई लहर दिख सकती है. ऐसे में पर्याप्त सावधानी बरतने की जरूरत है. एडिशनल म्यूनिसिपल कमिश्नर सुरेश ककानी ने कहा, 'त्योहारों को देखते हुए स्वावस्थ्यकर्मी भी सचेत हैं, और लोगों से सावधानी बरतने की अपील कर रहे हैं. गौरतलब है कि मुंबई में मामले घटने का दौर जुलाई-अगस्त महीने में भी देखा गया था, लेकिन सितंबर-अक्टूबर से बढ़े मामलों ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड पर रखा है.
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