
देश में पिछले 10 दिनों में कोरोना वायरस (Coronavirus) की जो स्थिति सामने आई है वो चिंताजनक है. सिर्फ अखिल भारतीय स्तर पर ही नहीं, बल्कि देश के 20 बड़े राज्यों में से 10 राज्यों में कोरोना के मामलों में तेजी के संकेत दिख रहे हैं. यहां मौजूद ग्राफ में रोजाना नए केसों में आ रही तेजी, पॉज़िटिविटी रेट (Positivity Rate) में वृद्धि और वायरस के रिप्रोडक्शन रेट (R) में फिर से आई तेजी को देखा जा सकता है. रिप्रोडक्शन रेट (Reproduction Rate) एक बीमारी के फैलने की क्षमता को मापने का एक तरीका है. पिछले पखवाड़े में आशा की उम्मीद जगी थी. इस दौरान, रिप्रोडेक्शन रेट और पॉज़िटिविटी रेट दोनों में गिरावट देखने को मिली थी.
दुर्भाग्यवश, यह उत्साहजनक संकेत ज्यादा समय तक नहीं रह पाए और अब कहा जा सकता है कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का शुरुआती चरण आ रहा है. इस बात पुख्ता रूप से तो नहीं कही जा सकती है कि ये रुख जारी रहेगा. हालांकि, ऐसे समय में सिर्फ बैठे रहने और चीजें ठीक होने की उम्मीद करने की जगह अधिकारियों को निर्णायक और प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है.



































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