
मध्यप्रदेश के राज्यपाल के निवास स्थान राजभवन तक कोरोनावायरस (Covid-19) का संक्रमण पहुंच गया है. राज्य के स्वास्थ्य विभाग और भोपाल जिला प्रशासन के सूत्रों के मुताबिक राजभवन में कार्यरत कम से कम 6 लोगों कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इनमें राजभवन का लोअर स्टाफ और उनके परिवारवाले भी शामिल हैं. ये सभी परिसर में स्टाफ क्वाटर्स में ही रहते हैं. बुधवार को इनका कोविड-19 टेस्ट किया गया तो 6 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.
#Coronavirus has entered the Raj Bhawan campus in Bhopal as many as six persons and their family members living in the Employee Quarters of the Raj Bhawan tested #positive for #Covid_19 #Lockdown4 #covid1948#lockdown
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) May 27, 2020
मध्य प्रदेश के राज्यपाल के निवास स्थान राजभवन से छह कोरोना संक्रमित मरीजों के पाए जाने के बाद भोपाल जिला प्रशासन ने इसे निषिद्ध क्षेत्र घोषित कर दिया है. जिला कलेक्टर तरुण पिथोड़ो ने बुधवार को इस संबंध में आदेश जारी किया है. राजभवन के सूत्रों ने बताया कि राजभवन परिसर में कोविड-19 का पहला मरीज मिलने के बाद राज्यपाल लालजी टंडन का नमूना भी जांच के लिये लिया गया है. सूत्रों ने बताया कि जहांगीराबाद थाना क्षेत्र में स्थित राजभवन परिसर में कर्मचारियों के आवास वाले क्षेत्र से छह कोरोना संक्रमित मरीज पाए गये हैं. उन्होंने बताया कि इन आवासों को केन्द्र मानते हुए निषिद्ध क्षेत्र घोषित किया गया है.
आदेश में कहा गया है कि निषिद्ध क्षेत्र में रहने वाले सभी लोगों को अपने घरों में पृथक—वास में रहना होगा तथा यहां आवाजाही बंद रहेगी. इस बीच, राजभवन के प्रवक्ता ने मीडिया को बताया कि राज भवन के एक कर्मचारी का पुत्र कुछ दिन पहले कोरोना संक्रमित पाया गया था.
उन्होंने बताया कि यह कर्मचारी अपने परिवार के साथ राजभवन परिसर में कर्मचारियों के लिए बने आवास में रहता है. इसके बाद इस कर्मचारी के परिवार के अन्य सदस्य भी कोरोना संक्रमित पाए गए. राजभवन परिसर में कर्मचारियों के क्वार्टर वाले भाग में गतिविधियों को रोक दिया गया है और कोरोना संक्रमित सभी छह लोगों को राजभवन से पृथक कर दिया गया है. प्रवक्ता ने बताया कि राज्यपाल के घर पर काम करने वाले कर्मचारियों को परिसर में ही अतिथि निवास में स्थानांतरित कर दिया गया है, हालांकि, जांच में इन कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण नहीं पाया गया है.
उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्र से नूमूना संग्रहण का काम पूरा हो गया है और प्रोटोकॉल के अनुसार नियमित रुप से सफाई कार्य किया जा रहा है. उन्होंने स्पष्ट किया कि संक्रमित व्यक्ति कभी राज्यपाल से संपर्क में नहीं थे. उन्होंने बताया कि राज्यपाल के संपर्क में रहने वाले घर के 6-7 कर्मचारी का कोरोना परीक्षण किया गया है, जिनमें इसकी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन एहतियात के तौर पर इन कर्मचारियों को अतिथि गृह में स्थानांतरित कर दिया गया है. जिला प्रशासन के आदेश के अनुसार सभी दिशा निर्देशों और प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है.
(इनपुट भाषा से भी)
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