Coronavirus: सिर्फ़ सर्दी ज़ुकाम नहीं, पेट दर्द, दस्त, आंख आना, ब्रेन फ़ॉग, थकान जैसे लक्षण भी कोविड से जुड़े हैं. अगर आप सिर्फ सर्दी ज़ुकाम के इंतजार में इन लक्षणों (COVID-19 symptoms) को नज़रंदाज़ कर रहे हैं तो ये घातक हो सकता है. कहीं आप सिर्फ़ सर्दी-ज़ुकाम-बुख़ार को ही कोविड के लक्षण तो नहीं मानते? कोविड के चार ऐसे लक्षणों को लेकर डॉक्टरों ने लोगों को सावधान किया है जिनके बारे में काफ़ी कम जानकारी है.
डॉक्टरों के मुताबिक़ पेट दर्द, आंख आना, यानी कंजेक्टिवाइटिस, ब्रेन फ़ॉग यानी याददाश्त शक्ति कमजोर होना और थकान-कमजोरी, ये भी कोविड के लक्षण हैं जो आजकल मरीज़ों में ज़्यादा पाए जा रहे हैं.
मुंबई के मुलुंड की फोर्टिस अस्पताल की इन्फेक्शस डिसीज स्पेशलिस्ट डॉ अनीता मैथ्यू कहती हैं कि ‘'सिम्प्टम ना जानने की वजह से मरीज़ काफ़ी देरी से हमारे पास आते हैं. क्योंकि वे अपने जनरल प्रैक्टिशनर के पास चले जाते हैं, ये बोलकर कि उनको थोड़ा लूज़ मोशन है, पेट में दर्द है. और ये वो जानते नहीं हैं कि ये लक्षण कोविड के साथ देखे गए हैं. लोगों में धारणाएं हैं कि कोविड सिम्प्टम मतलब लंग रिलेटेड है, सर्दी जुकाम होना चाहिए. लेकिन ये ज़रूरी नहीं है. लूज़ मोशन, ऐब्डॉमिनल पेन, आंख की तकलीफ़ और हेपटाईटिस, जिसे हम ज्वाइंडिस बोलते हैं.''
जेन मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के डायरेक्टर और गेस्ट्रोइंटेरोलॉजिस्ट डॉ रॉय पाटनकर ने बताया कि ‘'काफ़ी लोगों को फेफड़े की दिक्कत होती है, लेकिन अभी आंत, लिवर और पैंक्रियाज की समस्या दिख रही है.''
साई कोविड हॉस्पिटल के डॉ द्यानेश्वर वाघमारे बताते हैं कि कोविड के 30-40% मरीज़ गैस्ट्रो, यानी पाचन तंत्र संबंधी तकलीफ़ के शिकार हैं. डॉ द्यानेश्वर वाघमारे ने बताया कि ''हम 30-40% मरीज़ों में गैस्ट्रो के सिम्प्टम देख रहे हैं. ये बहुत कॉमन होता जा रहा है. जब कोविड शुरू हुआ था मार्च-अप्रैल में, ये सिम्प्टम नहीं थे. लेकिन अभी जैसे-जैसे वक्त बीत रहा है ये सिम्प्टम बढ़ रहे हैं और इसका असर बहुत ज़्यादा है.''
तो पेट और आंख से जुड़ी तकलीफ़ और अचानक बढ़ी कमज़ोरी को भी कोविड का ज़रूरी अलर्ट समझें.
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