कोरोना वायरस ( Corona Virus) ने दुनिया के अधिकतर देशों को जान-माल की भारी क्षति पहुंचाई है. इस वायरस से कई देशों की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर तो पड़ा ही है, साथ ही कईयों के अपने इस वायरस की चपेट में आकर जान गंवा चुके हैं. जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय ( Johns Hopkins University) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, यूनाइटेड स्टेट्स ( United States) में मंगलवार को कोरोना महामारी के दौरान होने वाली मौतों की संख्या 800,000 के पार कर गई. यह आंकड़ा नॉर्थ डकोटा ( North Dakota) और अलास्का ( Alaska) समेत कई स्टेट्स की पूरी आबादी से भी ज्यादा है.
"आशंका है कि वैक्सीन भी अप्रभावी हों..." Omicron पर कोविड पैनल चीफ ने चेताया
यहां साल 2021 में लगभग 450,000 मौतें हुईं. इनमें से अधिकतर लोगों को वैक्सीन नहीं लगी थी. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक बयान में कहा कि कोरोना की वजह से 800,000 लोगों की मौतें हुईं. हम उनके लिए प्रार्थना करते हैं. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार उन लोगों की तुलना में कोविड -19 से मरने का जोखिम 14 गुना अधिक था, जिन्हें पूरी तरह से टीका नहीं लगाया गया था.
ओमिक्रॉन संभवत: ज्यादातर देशों में पहुंचा और अभूतपूर्व तेजी से फैल रहा : WHO
डेल्टा वैरिएंट की चौथी लहर के दौरान तेजी से टीकाकरण किया गया है. 332 मिलियन लोगों में से 60 प्रतिशत से अधिक लोगों को अबतक पूरी तरह से वैक्सीन लगाई जा चुकी है. देश में कोरोना की पांचवीं लहर चालू है. इनमें ठंडे नॉर्दन स्टेट्स (northern states) में संक्रमण का प्रभाव ज्यादा है. दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने दुनिया में चिंता बढ़ा दी है. अमेरिका भी इससे अछूता नहीं है. यहां भी इस वैरिएंट के कई मामले मिले हैं.
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