जिस दीन दयाल उपाध्याय रोड पर भाजपा का नया कार्यालय बना है, उसी रोड पर कुछ ही दूरी पर कांग्रेस की बिल्डिंग का ढांचा भी खड़ा हो गया है. करीब दो सौ करोड़ रुपये की तय लागत वाले इस भवन के निर्माण में बाहरी काम पूरा हो गया है, अब फिनिंशिंग का काम चल रहा है. हालांकि अभी इसमें आठ से 12 महीने लगेंगे. पार्टी सूत्रों का कहना है कि 2020 में कांग्रेस को हर हाल में नया आलीशान और हाईटेक कार्यालय मिल जाएगा. पार्टी अगले साल 28 दिसंबर को स्थापना दिवस पर नए कार्यालय का उद्घाटन करने की तैयारी में है. यह भी बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने निर्माण एजेंसी एल एंड टी (लॉर्सन एंड ट्रूबो) से कुल छह तल में से कम से कम दो तल पहले ही तैयार कर देने को कहा है ताकि 24, अकबर रोड के पुराने कार्यालय से कुछ डिपार्टमेंट्स यहां शिफ्ट कर दिए जाएं. फिर जैसे-जैसे भवन कंपलीट होगा, पुराने दफ्तर में चल रहे सभी विभाग यहां शिफ्ट होते जाएंगे.
मेन गेट कोटला रोड की तरफ
भले ही कांग्रेस को दीन दयाल रोड के किनारे पार्टी कार्यालय के लिए जमीन आवंटित हुई थी, मगर पार्टी ने भवन बनाते समय यह ध्यान रखा है कि दफ्तर के अड्रेस में दीन दयाल उपाध्याय का नाम न जुड़ने पाए. इसके लिए पार्टी ने अपना मेन गेट कोटला रोड की तरफ खोला है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस नहीं चाहती कि '24 अकबर रोड' के नाम से पहचानी जाने वाले पार्टी के दफ्तर की पहचान आगे चलकर संघ नेता और भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष रहे दीन दयाल उपाध्याय के नाम से जुड़े. इस नाते पार्टी ने मेन गेट को दीन दयाल उपाध्याय रोड की तरफ न खोलकर कोटला रोड की तरफ खोला है.
खास बात है कि कांग्रेस ने मेन गेट उस तरफ खोला है, जहां पहले से कूड़ा घर है और कई दुकानों में गाड़ियों की मरम्मत का काम होता है और दीन दयाल उपाध्याय रोड की तुलना में उधर की तरफ सड़क टूटी हुई भी है. कांग्रेस का यह नया कार्यालय राउज एवेन्यू कोर्ट के पास और आम आदमी पार्टी दफ्तर से सटा है. आम आदमी पार्टी के दफ्तर का मुख्य गेट दीन दयाल उपाध्याय रोड पर खुलता है, इस नाते इसके अड्रेस में भी दीन दयाल उपाध्याय रोड नाम जुड़ा है.
कैसा है कांग्रेस का बन रहा भवन
भाजपा और कांग्रेस के दफ्तर को मुख्य द्वार की तरफ से देखें तो कांग्रेस का भवन ऊंचा दिखाई देता है. हालांकि भाजपा ऑफिस का मुख्य भवन भी सात मंजिला है, मगर यह पीछे के हिस्से की तरफ है. जबकि कांग्रेस का समूचा भवन एक ही ऊंचाई में बना है, जिससे यह आगे और पीछे दोनों तरफ से ऊंचा दिखाई देता है. भाजपा कार्यालय भवन तीन टुकड़ों (ब्लॉक) में बना है जिसमें मुख्य गेट के सामने के दो ब्लॉक तीन-तीन मंजिला और आखिरी ब्लॉक 7 मंजिला है. कांग्रेस के भवन के निर्माण में लगे एक कर्मी ने बताया, "बिल्डिंग कुल सात-आठ तल की है. दो तल अंडरग्राउंड और छह तल ऊपर हैं. यह दफ्तर पूरी तरह से हाईटेक होगा. भवन का निर्माण एल एंड टी(लार्सन एंड टूब्रो) नामक एजेंसी करा रही है."
फंड की कमी से निर्माण में हुई देरी
दीन दयाल उपाध्याय रोड पर भाजपा और कांग्रेस दोनों को एक ही समय जमीन मिली थी. भाजपा ने अगस्त 2016 से पार्टी दफ्तर का निर्माण शुरू करा दिया था, जो कि करीब डेढ़ साल में बनकर तैयार हो गया। फरवरी, 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अध्यक्ष अमित शाह ने इसका उद्घाटन किया था. कांग्रेस अपने पार्टी दफ्तर का निर्माण नवंबर 2016 से करा रही है, पार्टी ने नवंबर 2018 तक डेडलाइन रखी थी. मगर बीच-बीच में फंड की कमी के कारण भवन का निर्माण ठप होता रहा. अब फिर से जोरशोर से निर्माण चल रहा है. वजह कि पार्टी चाहती है कि किसी भी तरह 28 दिसंबर को अगले स्थापना दिवस तक नए कार्यालय का उद्घाटन हो जाए.
कोर्ट ने कहा था- लुटियन्स से बाहर हों कार्यालय
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने बहुत पहले एक आदेश देकर राजनीतिक दलों के दफ्तरों को लुटियन्स जोन से बाहर शिफ्ट करने का आदेश दिया था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के पालन में सबसे पहले भाजपा ने अपने पुराने कार्यालय 11, अशोका रोड से दीन दयाल उपाध्याय रोड पर शिफ्ट किया. अब कांग्रेस को भी अपना पार्टी मुख्यालय दिल्ली के 24 अकबर रोड से नए भवन में शिफ्ट करना है. वर्ष 2015 में शहरी एवं आवासीय विकास मंत्रालय ने लुटियन्स में चल रहे कांग्रेस के सभी तीन कार्यालयों (मुख्यालय, एनएसयूआई और यूथ कांग्रेस) के आवंटन को रद्द करते हुए बंगलों को खाली करने का निर्देश दिया था. इसके लिए कांग्रेस को अक्टूबर 2018 तक मोहलत दी गई थी. मगर नया दफ्तर बनकर तैयार न होने के कारण अभी कांग्रेस का पुराने दफ्तर से काम चल रहा है.
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