इस साल के फरवरी में उत्तर-पूर्व दिल्ली में फैले दंगों (Delhi Riots) में कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद तक जांच की आंच पहुंच गई है. मामले में एक संरक्षित गवाह ने मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज करवाया है कि सलमान खुर्शीद ने भड़काऊ भाषण दिए थे, जिसके बाद ये हिंसा फैली. इस गवाह का बयान धारा 164 के तहत दर्ज किया गया है. पुलिस का दावा है कि संरक्षित गवाह दंगों की साजिशकर्ताओं की कोर टीम में शामिल था. खुर्शीद के अलावा मशहूर वकील प्रशांत भूषण, सीपीएम नेता वृंदा करात का भी नाम कुछ आरोपियों ने भड़काऊ भाषण देने के लिए लिया है.
दंगों के आरोपी खालिद सैफी ने पुलिस के सामने धारा 161 के तहत दर्ज कराए गए अपने बयान में स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण और सलमान खुर्शीद का नाम लिया है. बता दें कि धारा 164 में दर्ज बयान 161 के तहत दर्ज बयान से ज्यादा अहम होता है.
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हालांकि, दंगों की जांच कर रही दिल्ली पुलिस ने अपनी चार्जशीट में भड़काऊ भाषण का जिक्र नहीं किया है. पुलिस ने इन नेताओं के खिलाफ मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराने वाले गवाह का नाम गोपनीय रखा है, जबकि दूसरे आरोपी का नाम सार्वजनिक कर दिया है.
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उत्तर-पूर्व दिल्ली में 23 से 27 फरवरी के बीच दंगे हुए थे, जिसमें आधिकारिक तौर पर 53 लोग मारे गए थे. 13 जुलाई को दिल्ली पुलिस ने दिल्ली हाईकोर्ट में एक हलफनामा दायर किया था जिसके मुताबिक इस दंगे में 40 मुसलमान और 13 हिन्दू मारे गए थे. मामले में दिल्ली पुलिस ने अब तक कुल 751 एफआईआर दर्ज की है. पुलिस ने जांच से जुड़ी जानकारी सार्वजनिक करने से इनकार कर दिया था और कहा था कि इसमें कई संवेदनशील जानकारियां हैं, जिसे वेबसाइट पर अपलोड नहीं किया जा सकता.
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