नई दिल्ली:
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाने वाली बरखा शुक्ला सिंह को कांग्रेस ने पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है. उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते बाहर किया गया. इस मुद्दे पर बरखा शुक्ला सिंह ने एनडीटीवी से कहा कि पार्टी से निकालकर दिमागी दिवालियापन का सबूत दिया है. पार्टी में कोई भी बोलने की हिम्मत नहीं दिखा पा रहा है. निकालने के फरमान पर करारा जवाब देंगे. बरखा ने आगे कहा कि मेरे सारे विकल्प खुले हैं. मैं कोर्ट और चुनाव आयोग जाऊंगी. मैं पार्टी में रहकर लड़ाई लड़ूंगी, किसी और पार्टी में नहीं जाऊंगी. मेरे दिल में कांग्रेस है. मेरा पार्टी से निष्कासन राहुल गांधी की मानसिकता दिखाता है. हम राहुल गांधी मुक्त कांग्रेस मुहिम चलाएंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी दिमागी रूप से बीमार हैं और अजय माकन ने मुझे गाली दी है. इससे पहले बरखा ने ट्वीट किया था आज का नारा, राहुल गांधी मुक्त कांग्रेस. हालांकि उनका यह ट्विटर अकाउंट वैरिफाइड नहीं है.
उल्लेखनीय है कि बरखा सिंह ने अजय माकन पर बदतमीज़ी और राहुल गांधी पर भी आरोप लगाए थे. बरखा ने दिल्ली महिला कांग्रेस के अध्यक्ष पद से गुरुवार को ही इस्तीफा दे दिया था. हालांकि उन्होंने यह भी कहा था कि वह पार्टी नहीं छोड़ेंगी.
उन्होंने गुरुवार को पार्टी की वफादार सैनिक होने का दावा किया था तथा कांग्रेस को छोड़ने की किसी योजना से इनकार किया था. उन्होंने कहा, मैं कांग्रेस नहीं छोडूंगी और पार्टी के भीतर अपनी लड़ाई जारी रखूंगी. दिल्ली कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि बरखा अपनी निजी शिकायतें निबटा रही हैं तथा पार्टी हितों को ऐसे नाजुक समय में नुकसान पहुंचा रही हैं जब निगम चुनाव सिर पर हैं. बरखा ने निगम चुनावों के लिए पार्टी के टिकट वितरण में महिलाओं की अनदेखी करने का आरोप लगाया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पार्टी कार्यकर्ताओं की आवाज दबाई जा रही है तथा उनकी शिकायतों को दूर नहीं किया जा रहा.
दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष बरखा ने कहा, 'दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने न केवल मेरे बल्कि महिला कांग्रेस की अन्य पदाधिकारियों के साथ भी अपने आवास पर र्दुव्यवहार किया. जब इस मामले को राहुल गांधी के संज्ञान में लाया गया तब भी कुछ नहीं किया गया.' राहुल गांधी पर तीखा प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि वह पार्टी की अगुवाई करने के लिए मानसिक रूप से उपयुक्त नहीं हैं.
बरखा ने एक बयान में कहा, पार्टी के बहुत वरिष्ठ नेताओं, जिनमें से मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहती, का भी यह मत है कि राहुल गांधी पार्टी की अगुवाई करने के लिए मानसिक रूप से उपयुक्त नहीं है.. किन्तु वे इस बारे कहना क्यों नहीं चाहते, इसके कारण मेरे लिए अज्ञात हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष पार्टी के नेताओं से मुलाकात नहीं करते. उन्होंने यह भी कहा कि राहुल पार्टी के भीतर के मुद्दों पर विचार करने को अनिच्छुक हैं.
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पार्टी के कई दिग्गज नेता इन दिनों दूसरे दलों की ओर रुख कर रहे हैं. कुछ दिन पहले पूर्व दिल्ली प्रदेश अरविंदर सिंह लवली भी कांग्रेस पार्टी में चले गए हैं. उन्होंने ने भी माकन पर कई आरोप लगाए.
उल्लेखनीय है कि बरखा सिंह ने अजय माकन पर बदतमीज़ी और राहुल गांधी पर भी आरोप लगाए थे. बरखा ने दिल्ली महिला कांग्रेस के अध्यक्ष पद से गुरुवार को ही इस्तीफा दे दिया था. हालांकि उन्होंने यह भी कहा था कि वह पार्टी नहीं छोड़ेंगी.
उन्होंने गुरुवार को पार्टी की वफादार सैनिक होने का दावा किया था तथा कांग्रेस को छोड़ने की किसी योजना से इनकार किया था. उन्होंने कहा, मैं कांग्रेस नहीं छोडूंगी और पार्टी के भीतर अपनी लड़ाई जारी रखूंगी. दिल्ली कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि बरखा अपनी निजी शिकायतें निबटा रही हैं तथा पार्टी हितों को ऐसे नाजुक समय में नुकसान पहुंचा रही हैं जब निगम चुनाव सिर पर हैं. बरखा ने निगम चुनावों के लिए पार्टी के टिकट वितरण में महिलाओं की अनदेखी करने का आरोप लगाया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पार्टी कार्यकर्ताओं की आवाज दबाई जा रही है तथा उनकी शिकायतों को दूर नहीं किया जा रहा.
दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष बरखा ने कहा, 'दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने न केवल मेरे बल्कि महिला कांग्रेस की अन्य पदाधिकारियों के साथ भी अपने आवास पर र्दुव्यवहार किया. जब इस मामले को राहुल गांधी के संज्ञान में लाया गया तब भी कुछ नहीं किया गया.' राहुल गांधी पर तीखा प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि वह पार्टी की अगुवाई करने के लिए मानसिक रूप से उपयुक्त नहीं हैं.
बरखा ने एक बयान में कहा, पार्टी के बहुत वरिष्ठ नेताओं, जिनमें से मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहती, का भी यह मत है कि राहुल गांधी पार्टी की अगुवाई करने के लिए मानसिक रूप से उपयुक्त नहीं है.. किन्तु वे इस बारे कहना क्यों नहीं चाहते, इसके कारण मेरे लिए अज्ञात हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष पार्टी के नेताओं से मुलाकात नहीं करते. उन्होंने यह भी कहा कि राहुल पार्टी के भीतर के मुद्दों पर विचार करने को अनिच्छुक हैं.
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पार्टी के कई दिग्गज नेता इन दिनों दूसरे दलों की ओर रुख कर रहे हैं. कुछ दिन पहले पूर्व दिल्ली प्रदेश अरविंदर सिंह लवली भी कांग्रेस पार्टी में चले गए हैं. उन्होंने ने भी माकन पर कई आरोप लगाए.
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