नागरिकता संशोधन बिल (Citizenship Amendment Bill) पर शिव सेना (Shiv Sena) के नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने सदन में कहा कि जो बिल का समर्थन करेंगे वो देश भक्त होंगे और जो नहीं करेंगे वो देशद्रोही होंगे. ये मैंने पढ़ा है. ये भी पढ़ा कि जो बिल का विरोध कर रहे हैं वो पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं. संजय राउत ने कहा कि ये पाकिस्तान की संसद नहीं है. ये भारत की है. हमारे मजबूत प्रधानमंत्री हमारे मजबूत गृहमंत्री आपसे बहुत आशा है. जिस स्कूल में आप पढ़ते हैं हम उसके मास्टर है. हमें शरणार्थियों को शरण दे रहे हैं तो घुसपैठियों को निकालना चाहिए. मानवता के आधार पर हमें उन्हें स्वीकार करना चाहिए. उस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए.
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उन्होंने कहा, ''तमाम मुद्दों पर समर्थन दिया है और देते रहेंगे. कई जगहों पर बिल का विरोध हो रहा है. असम, त्रिपुरा, मिजोरम से हिंसा हो रही है.'' राउत ने आगे कहा, ''देशभक्ति का प्रमाण पत्र लेने की जरूरत नहीं. हम कितने हिदुत्व है इसका प्रमाण देने की जरूरत नहीं. यह बिल धार्मिक नहीं है, लेकिन मानवता के आधार पर इस पर चर्चा होना चाहिए. मैं यह मानता हूं कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश के सिख, मुस्लिम समेत तमाम भाईयों का हनन हो रहा है. मैं मानता हूं कि उनको स्वीकार करना चाहिए लेकिन उसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए.''
संजय राउत ने आखिर में कहा कि गृहमंत्री को पहले कश्मीरी पंडितों को वापस कश्मीर में बसाना चाहिए. संजय राउत को 5 मिनट का समय दिया गया था इस बिल पर बोलने के लिए लेकिन वो समय समाप्त हो जाने के बाद भी बोल रहे थे. राज्यसभा के उपसभापति ने उन्हें बैठने के लिए कहा और फिर बीएसपी के नेता सतीश चंद्र मिश्रा को बोलने के लिए कहा. हालांकि संजय राउत ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वो इस बिल के समर्थन में हैं या विरोध में.
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इससे पहले संसद में टीएमसी के डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि जो देश के लोग हैं उनका आप ख्याल रख नहीं रहे हैं और दूसरे के सम्मान की बात कर रहे हैं? बंगाल कोई गुजरात नहीं है. डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि वादा करने में ज्यादा वादा तोड़ने में यह सरकार शानदार है. सरकार कहती है कि इस बिल को लेकर चिंता करने का कोई कारण है लेकिन मैं कहता हूं चिंता करने का कारण है. उन्होंने कहा कि सरकार ने नोटबंदी के समय कहा कि आप मुझे 50 दिन दे दीजिए अगर हालात ठीक नहीं हुए तो आप मुझे सार्वजनिक जगह पर सजा दे दीजिएगा. लेकिन वो नहीं हुआ. डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि ये लोग झूठ बोलते हैं. जो कहते हैं वो नहीं करते, इसलिए इस बिल पर चिंता का कारण है.
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