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खास बातें
- दिल्ली के सीलमपुर में नागरिकता कानून के खिलाफ बवाल
- हिंसा को देखते हुए आसपास के कई मेट्रो स्टेशन हुए बंद
- प्रदर्शनकारियों ने पुलिस चौकी में भी लगाई आग
नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Act) के खिलाफ जामिया के बाद पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर इलाके में भी जमकर बवाल हुआ. नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए करीब 2 हजार लोग इकट्ठा हुए थे. भीड़ ने सीलमपुर टी प्वाइंट से जाफराबाद टी प्वाइंट के बीच पथराव किया. प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान पुलिस चौकी को भी आग के हवाले कर दिया. कई बसों में तोड़फोड़ भी की. इसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. पूरे इलाके में फोर्स तैनात कर दी गई है. बवाल होने के बाद वेलकम, जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं.
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मालूम हो कि पूर्वोत्तर दिल्ली के सीलमपुर इलाके में मंगलवार को संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ रैली निकाली गई जिस दौरान स्थानीय लोगों ने पुलिस पर पथराव किया. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. इस संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीलमपुर टी प्वाइंट पर लोग एकत्र हुए और दोपहर करीब बारह बजे विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ. प्रदर्शनकारियों ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और सरकार के विरोध में नारे लगाए.
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रैली में शामिल मोहम्मद सादिक ने बताया कि उनका यह विरोध जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई तथा देश में एनआरसी लागू करने के लिए तैयार की जा रही पृष्ठभूमि के खिलाफ है. कासिम नामक एक अन्य व्यक्ति ने कहा ‘‘देश में एनआरसी लागू नहीं होना चाहिए. हमारा विरोध इसी बात को लेकर है. पृष्ठभूमि तैयार की जा रही है ताकि एनआरसी देश भर में लागू किया जाए.''
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मोबाइल रिपेयरिंग का काम सीख रहे आईटीआई के नूर ने कहा कि इस कानून के जरिये हिंदू मुसलमानों के बीच दरार पैदा की जा रही है. उन्होंने कहा ‘‘जामिया में अगर विरोध प्रदर्शन हुआ भी था तो भी पुलिस को लायब्रेरी और परिसर में घुसने का हक नहीं था.'' जाफराबाद थाने के बाहर भी प्रदर्शन हुआ और पुलिस के खिलाफ नारे लगाए गए.
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