पूर्व गृह राज्य मंत्री और बीजेपी के पूर्व सांसद चिन्मयानंद के खिलाफ छात्रा के शारीरिक शोषण के आरोपों का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. कुछ वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट से स्वत: संज्ञान लेने का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा कि आरोप लगाने वाली छात्रा तीन दिन से गायब है. लिहाजा सुप्रीम कोर्ट इस मामले में दखल दे. इस पर कोर्ट ने कहा कि आप याचिका दाखिल करें, उसके बाद कोर्ट देखेगा.
गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर शोषण के आरोप संबंधी वीडियो पोस्ट करने वाली कानून की पढ़ाई कर रही 23 साल की छात्रा शनिवार से गायब है. इसे लेकर भाजपा के पूर्व सांसद स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ अपहरण और आपराधिक धमकी का मामला दर्ज किया गया है. सोशल मीडिया पर लड़की का जो वीडियो वायरल हो रहा है वह पूर्व गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद (Swami Chinmayanand) के लॉ कॉलेज की ही छात्रा का है. वीडियो में वह रो-रोकर इल्जाम लगा रही है कि 'संत समाज के एक बहुत बड़े नेता' ने कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद की है और अब उसकी हत्या करना चाहते हैं. इसके बाद से लड़की गायब है. लड़की के पिता ने पुलिस को दी तहरीर में चिन्मयानंद पर शारीरिक शोषण का इल्जाम लगाया है. हालांकि पूर्व बीजेपी सांसद स्वामी चिन्मयानंद के प्रवक्ता का कहना है कि इल्जाम झूठें हैं और यह उन्हें बदनाम करने की साजिश है.
पूर्व BJP सांसद चिन्मयानंद के खिलाफ FIR दर्ज, शोषण का आरोप लगाने वाली लड़की के गायब होने का है मामला
वायरल वीडियो में लड़की ने आरोप लगाया, 'संत समाज के एक बहुत बड़ा नेता जो कि बहुत लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर चुका है और मुझे भी जान से मारने की धमकी देता है. मेरा मोदी जी और योगी जी से अनुरोध है कि वह प्लीज मेरी मदद करें. उसने मेरे परिवार तक को मारने की धमकी दी है. लेकिन मेरे पास उसके खिलाफ सारे सबूत हैं. आपलोगों से आग्रह है कि प्लीज मुझे इंसाफ दिलाइये.' लड़की के पिता कहते हैं कि उन्हें डर है कि चिन्मयानंद उनलोगों को मरवा सकते हैं. उन्होंने कहा, 'ये प्रभाव तो रखते ही हैं. कोई भी अप्रिय घटना घटवा सकते हैं बच्चों के साथ, हमारे साथ. खतरा बना ही हुआ है पूरे परिवार के ऊपर.'
बीजेपी के मंत्री चिन्मयानंद के खिलाफ रेप का मामला दर्ज
बता दें कि स्वामी चिन्मयानंद (Swami Chinmayanand) एनडीए सरकार में गृह राज्य मंत्री रह चुके हैं और राम मंदिर आंदोलन के बड़े नेता रहे हैं. शाहजहांपुर में उनका आश्रम भी है और वह यहां एक लॉ कॉलेज भी चलाते हैं. हालांकि उनके प्रवक्ता आरोपों से इनकार करते हैं. स्वामी चिन्मयानंद के वकील और प्रवक्ता ओम सिंह ने कहा, 'जो लड़की जिसके हाथ में मोबाइल है. मोबाइल चलाने के लिए स्वतंत्रता है. गाड़ी में घुमने के लिए स्वतंत्रता है, तो वह किडनैप कैसे हो सकती है? उसकी जान को खतरा कैसे हो सकता है? ये पूरी तरह से स्वामी जी और संस्थान को बदनाम करने के लिए षड्यंत्र रचा जा रहा है.
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